जनकपुर/कोरिया विकास खंड भरतपुर मुख्यालय जनकपुर मे स्वच्छता अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है, कहने को हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मुख्य कार्यपालन अधिकारी के नेतृत्व में स्वच्छता रैली निकालकर एक और जहां ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का दिखावटी तामझाम कर हजारों रुपए खर्च कर दिया गया वहीं दूसरी तरफ ग्राम पंचायत के द्वारा भारीभरकम रुपए खर्च करके खरीदा गया कूड़ा दान इन दिनों लाल बंग्ला के पास जंगल में फेंकाया पड़ा है जबकि जनकपुवासी कूड़ेदान के आभाव में खुले में कचड़ा फेंकने को मजबूर है, आलम यह है कि ग्राम पंचायत के बगल में में ही कचड़े गंदगी का अंबार लगा रहता है एक और झाड़ू पकड़कर के स्वच्छता अभियान के प्रति जहां दिखावा किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ जनकपुर नगर में जमा कचरा इसका पूरी तरह से मखौल उड़ा रहा है।
जनपद कार्यालय जनकपुर के सामने 3 वर्ष पहले बना सुलभ शौचालय बनने के साथ ही बीमारू स्थिति में है जिसे मरम्मत कर चालू करने के लिए वर्तमान सी0ई0ओ0 जनपद पंचायत के द्वारा अपने मातहत के माध्यम हजारों रुपए खर्चने के बाद भी सुलभ शौचालय कंडम स्थिति में ही है या यों कहा जाय कि मरम्मत के नाम पर लीपापोती हुई है ऐसे में हालत यह है कि दूरदराज व बस की यात्री महिलाएं खुले में लघुशंका करते हुए शर्मशार हो रही है।
इसी तरह तत्कालीन सी0ई0ओ0 एम0एल0 यादव व जनपद सदस्य रविप्रताप सिंह व जनपद सदस्यों ने बैकुंठपुर के पास स्थित हसदेव नर्सरी से लाकर दुर्लभ चंदन सतालू, आंवला का फलदार वृक्ष जनपद कार्यालय के अंदर वर्ष 2006 में इस उद्देश्य से रोपा गया था कि वृक्ष लगाने से वातावरण स्वच्छ रहेगा व कार्यालय आने जाने वाले नागरिकों को छाया प्रदान करेगा पर वर्तमान सी ई ओ के मौन सहमति से 11वर्ष पुराने वलयाकार वृक्षों को बिना अनुमति के गलत तरीके से काट दिया गया , जनपद अध्यक्ष सुखमंत्री सिंह का आरोप है की चंदन का बेशकीमती व संरक्षित वृक्ष के साथ ही आंवला और सतालु का फलदार वृक्ष साजिश कर कटवा दिया गया जनकपुर के दिग्गज जनप्रतिनिधियों ने यहां तक आरोप लगाया है कि चंदन माफिया के साथ मिलीभगत कर उक्त पेड़ को भारी भरकम राशि में बेंच दिया गया जनपद अध्यक्ष सुखमंत्री सिंह ने बताया कि इस संबंध में अवैध कटाई को लेकर कलेक्टर कोरिया से भी कारवाही के लिए कहां गया था लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो पाई अनियमितता पूर्ण क्रियाकलापों में कार्यवाही होने से कई असंवैधानिक निर्णय वर्तमान सी0 ई0ओ0 के द्वारा लिए गए जिसका भाजपा व कांग्रेस के बड़े नेताओं ने पुरजोर विरोध किया है।
वृक्ष कटाई में प्रशासन का दोहरा रवैया ― अपने घर मे लगे आम के सूखे वृक्ष को काटने के अपराध में जहां एक ग्रामीण को जेल भेज दिया गया था वही जनपद सीईओ के द्वारा किये गए इसी अपराध पर कोई कार्यवाही नही हुई इस घटना में देखा जाय तो प्रभावशाली व्यक्ति को पेड़ काटने में कोई अपराध नही है वही गरीब के लिए ही नियम व कानून है यह घटना प्रशासन के दोहरे चरित्र को प्रकट करता है