वशिष्ठ टाइम्स समाचार पत्र नरसिंहपुर
✍शिवांक साहू
✍महिला पुलिस अधिकारी बनी पुरोहित,
बर्दी में किया मंत्रोंउच्चारण, सात फेरों के बंधन में लक्ष्मण-ऋतु
एसआई ने पंडिताई कर पढ़े मंत्र व दिया (दीप)जलाकर करवाए 7 फेरे
पंडित न मिलने से पशोपेश में था वर-वधू पक्ष
कैसे होगा बेटा- बेटी का विवाह
महिला पुलिस अधिकारी की हो रही सर्वत्र सराहना
नरसिंहपुर। पुलिस को अब तक आपने कानून का पालन कराने सख्ती दिखाते या फिर समाजसेवा के कुछ रूपों में ही देखा होगा। लेकिन किसी अधिकारी को बकायदा शादी के मंत्र पढ़कर फेरे करवाते शायद ही देखा सुना हो। लेकिन लॉक डाउन में ऐंसी भी एक शादी हुई जिसमें जब वर- वधू पक्ष को फेरे कराने कोई पंडित नही मिला तो भ्रमण पर निकलीं महिला एसआई को ही शादी के मंत्र पढ़ना पढ़े और दिया जलवाकर परिणय के सात फेरे कराए, सात वचनों के साथ कानूनन जानकारी भी दी।
लॉक डाउन के दौरान हुईं शादियों के किस्सों में यूँ तो कई और रोचक किस्से सामने आए हैं लेकिन नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव तहसील के ग्राम झोंतेश्वर में एसआई की पंडिताई में हुई शादी अपने आप में अनूठी रही। जिसमें पुलिस के सेवाभाव का एक नया रूप सामने आया। वाक्या यह है कि श्रीनगर के लक्ष्मण पिता टीकाराम चौधरी नरसिंहपुर के इतवारा बाजार निवासी ऋतु पिता राजाराम चौधरी से होना था। जिसके लिए दोनों पक्ष से 8 सदस्य झोंतेश्वर के शिव पार्वती मंदिर की परिक्रमा में मौजूद थे। लेकिन विवाह कराने के लिए उन्हें कोई पंडित उपलब्ध नही था। जिससे फेरो की रस्म नही हो पा रही थी। झोंतेश्वर चौकी प्रभारी एसआई अंजली अग्निहोत्री ने बताया कि भ्रमण के दौरान जब वह मंदिर पहुंची तो वर वधू के परिवार ने समस्या बताई और फेरे कराने के लिए उनसे ही मंत्रोच्चारण करने कहा। जिससे उन्हें मौके की स्थिति और ग्रामीणों के आग्रह पर मंत्र पढ़ना पढ़े।
गूगल का लिया सहारा, बताशे के बदले बुलाई शक्कर
शादी में यह भी रोचक रहा कि लक्ष्मण का परिवार पूजन में लगने वाली कई सामग्री नही ले पाया था सिर्फ नारियल ही थे बताशे भी नही थे। जिससे एसआई अंजली ने ही कंही से शकर बुलाई ताकि मीठा की कमी पूरी हो सके। कुछ फूलों का प्रबंध किया, जब मंत्र पढ़ने की बारी आई तो कुछ मंत्र अंजली ने पढ़ना शुरू किया और फिर मोबाइल में गूगल पर विवाह पद्धति सर्च कर शेष जरूरी मंत्रो को पढ़कर विवाह पूरा कराया।
हवन वेदी के बदले दीप प्रज्वलित कर कराए सात फेरे
एसआई अंजली ने बताया कि मंदिर बंद था जिससे मंदिर की परिक्रमा( गैलरी) में फेरे के लिए हवन वेदी के स्थान पर दिया जलाकर रखा गया, मंत्रो के साथ दिये और मंदिर के फेरे कराए गए। परिणय के सात वचनों के साथ वर वधू को कानूनी प्रावधान बताए गए। पूरे कार्यक्रम दौरान लॉक डाउन के नियमो का पूरी तरह पालन कराया गया।