प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में भ्रष्ट एस.डी.ओ की पुनः वापसी
जिला कोरिया बैकुण्ठपुर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में जो लोग एस.डी.ओ थे, जिनकी भ्रष्टाचारी की सीमा देखा जाए की अपनी बीवी के नाम से चार चक्का वाहन में सरकारी गाड़ी के नाम से लाखों रूपय का डीजल गलत ढ़ंग से अपने स्वयं की गाडी़ में डलवाया गया, जिसकी लाॅकबुक में देखा जाए तो लाखों की भ्रष्टाचारी का पर्दाफास होता है, जो व्यक्ति किसी दुसरे के नाम से ठेका लेकर स्वयं कार्य करते हैं, इससे बड़ा भ्रष्ट कौन होगा, जिसकी बिलासपुर में 8 करोड़ के लगभग का बंगला जो की बैंक से नाम मात्र को लोन लिया गया, उसके बावजुद बैकुण्ठपुर में 38 लाख के लगभग का मकान भी खरीदा गया है, यह पैसा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में इतनी बड़ी भ्रष्टाचारी जिसमें रिटायरमेंट होने के बावजुद भी संविदा में नौकरी कर रहे हैं, और दबंगई से बोलते हैं की मेरा रायपुर में जुगाड़ है उस जुगाड़ से मेरा काम हो गया, और वह क्या जुगाड़ है जनता प्रसाशन से जवाब मांगती है, एक कहावत है “बेसरम की…………भला हुआ की मेरे को छाया मिले” ऐसे चोर भ्रष्ट बेईमानों के जांच का विषय है।