शहडोल, उमरिया। राजस्थान के कोटा में फंसे शहडोल व उमरिया जिले के कई छात्रों को स्थानीय प्रशासन की मदद से वापस गृह जिले पहुंचाया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल सभी छात्रों को क्वारंटीन में रखा गया है। छात्रों को एक छात्रावास में ठहराया गया है, जहां आते ही उनका मेडिकल टेस्ट किया जा रहा है साथ ही नाश्ता भी कराया जा रहा है। इस छात्रों के साथ कुछ परिजन भी कोटा से इन जिलों में पहुंचे हैं।
कोटा से 42 छात्र और 31 छात्राएं शहडोल पहुंच गई हैं। इन सबको कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में क्वॉरेंटाइन किया गया है। अभी अभी यह लोग पहुंचे हैं। इनको नाश्ता कराने के बाद मेडिकल जांच की जा रही है इनके साथ सात अभिभावक भी कोटा से शहडोल आए हैं। छात्रावास में एसडीएम धर्मेंद्र मिश्रा डीपीसी डॉक्टर मदन त्रिपाठी सहित तमाम अफसर मौजूद है और जांच चल रही है।
कोटा में उच्च शैक्षणिक लाभ ले रहे 50 से अधिक छात्रों को विशेष बस से उमरिया लाया गया। इस मौके पर जैसे ही परिजनों ने अपने बेटों बेटियों को देखा अविरल आंसू बहने लगे। सभी परिजनों ने कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी के इस प्रयास की सराहना की है।
विदित हो कि जिले से तकरीबन 65 छात्र छात्राएं कोटा में रहकर उच्च स्तरीय शैक्षणिक सुविधा का लाभ ले रहे थे। परन्तु कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव में हुए लॉक डाउन से छात्र वही फंस गए थे। व्यथित परिजनों ने इस बाबत अपनी व्यथा कलेक्टर से की, जिसके बाद सकारात्मक प्रयास से सभी छात्र उमारिया पहुंचे है।