पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार पांचवें दिन सोमवार को गिरावट का सिलसिला जारी रहा. पेट्रोल का भाव फिर दिल्ली और मुंबई में 13 पैसे जबकि कोलकाता में 18 पैसे और चेन्नई में 14 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है. वहीं, डीजल का दाम दिल्ली और कोलकाता में 20 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई में 21 पैसे प्रति लीटर घट गया है.
बीते पांच दिनों में पेट्रोल का दाम दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में क्रमश: 88 पैसे, 91 पैसे, 87 पैसे और 93 पैसे प्रति लीटर कम हो गया है जबकि डीजल की कीमत चारों महानगरों में क्रमश: 97 पैसे, 1.02 रुपये, 1.03 पैसे और 1.04 पैसे प्रति लीटर घट गई है.
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम घटकर क्रमश: 72.10 रुपये, 74.74 रुपये, 77.76 रुपये और 74.90 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
वहीं, चारों महानगरों में डीजल की कीमत भी घटकर क्रमश: 65.07 रुपये, 67.39 रुपये, 68.19 रुपये और 68.72 रुपये प्रति लीटर हो गई है.
गौरतलब है कि इसके पहले शनिवार को भी पेट्रोल और डीजल की कीमत में बड़ी कटौती की गई थी. शनिवार को पेट्रोल 23 पैसे जबकि डीजल 25 पैसे सस्ता हो गया. दिल्ली के अलावा कोलकाता और मुंबई में पेट्रोल के दाम में 23 पैसे जबकि चेन्नई में 24 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है. वहीं, डीजल की कीमत कोलकाता में 25 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई में 27 पैसे प्रति लीटर कम हो गई है. पेट्रोल और डीजल के दाम में यह फरवरी महीने की सबसे बड़ी कटौती है.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बीते एक महीने में तकरीबन 20 फीसदी की गिरावट आई है, जिसमें सबसे ज्यादा गिरावट पिछले 15 दिनों में आई है. तेल के दाम में हालिया गिरावट की मुख्य वजह चीन में कोरोना वायरस का प्रकोप रहा है, जिसके कारण चीन की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है.
अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार, इंटरकॉन्टिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का अप्रैल डिलीवरी अनुबंध शुक्रवार को 54.45 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि एक महीने पहले आठ जनवरी को ब्रेंट का भाव 65.44 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था.
इस प्रकार एक महीने में बेंट्र क्रूड का दाम 20 फीसदी से ज्यादा टूटा है, जबकि आठ जनवरी को ब्रेंट के भाव के ऊंचे स्तर 71.75 डॉलर प्रति बैरल से तुलना करें तो बेंचमार्क कच्चे तेल के दाम में 30 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है.