राजनीती में भी धोखा होता है………
जिला-कोरिया बैकुण्ठपुर में स्वच्छ छवि इमानदार सरल स्वभाव के माने जाने वाले शैलेष शिवहरे (पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष) वह किसी के पहचान के मोहताज नहीं हैं, जो व्यक्ति भा.ज.पा से बगावत करके निर्दली चुनाव जीतकर भा.ज.पा को दिखाया था जबकी मुख्यमंत्री रमन सिंह अच्छे कद्दावर नेताओं में गिनती आते हैं, पर क्या कहा जाए की जीसके उपर विश्वास करते थे उसके ही द्वारा साबीत करके दिखला दिया की अटल विकास यात्रा के समय मंे ही मुख्यमंत्री रमन सिंह की पुराने बस स्टैण्ड पर सभा संबोध करने की तैयारी रखी गई थी जिसमें हजारों की लागत में पंडाल बनाया गया था उसका किसके इशारे पर बहिस्कार किया गया जबकी हजार के लगभग खानें के पैकटों का व्यवस्था की गई थी। उसी दिन चर्चा का विषय उठा की शैलेष शिवहरे को टिकिट नहीं मिलेगा बैकुण्ठपुर की जनता निराश नजर आई जबकी शैलेष शिवहरे दिल के साफ होने का प्रमाण को धोखे में बदल दिया, इसी प्रकार श्रीमान पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष तीरथ गुप्ता के साथ में भी मिलकर दगा दिया गया, जब की नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए दूसरी बार तीरथ गुप्ता जी को टिकिट मिला तो दिखानें के लिए साथ में दिखते थे अंदर स शैलेष शिवहरेे को सपोर्ट करके विजयी बनाया गया। विधायक प्रतिनिधी रेवा यादव जो की विधानसभा के टिकिट के दौड़ में चलनें लगे तो विधायक महोदय समझने लगे की मेरी टिकिट खतरे में पड़ने लगी है तो अपना दिमाग लगाकर जिला पंचायत सदस्य का कसरा बुढ़ार से चुनाव लड़ा दिया गया जबकी उस बेल्ट में रजवार सामाज ज्यादा होते हुए भी हारा गया, इससे साबित होता है की विधायक चैथी बार की पारी सफल हो पायेंगे की नहीं हो पायेंगे।