विकासखंड सोनहत के मुख्यालय की ग्रामपंचायत सोनहत में एक से एक फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है यहां के निर्माण कार्यों में पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा स्वयं एवं सगे संबंधियों का बिल लगा कर पंचायती राज अधिनियम की धारा 40 का खुला उल्लंघन तो किया ही जाता है लेकिन अब मनरेगा के मजदूरी भुगतान में भी भारी फर्जीवाड़ा किया गया है यहां के सरपंच ने पत्नी के नाम पर जॉब कार्ड बनवाकर पत्नी, माता, पिता के नाम पर अच्छी खासी रकम निकाली गई है यही नहीं इनके द्वारा अपनी भाभी के नाम पर जॉब कार्ड बनवाया और उन्हें भी मजदूरी के जरिए एक साल में 130 दिन का भुगतान कर डाला, जबकि इनका अपना निजी स्कूल चल रहा है और जो सरपंच के प्रथम कार्यकाल में बकायदा टिन नम्बर धारी मटेरियल सप्लायर हुआ करती थीं दूसरे कार्यकाल में मजदूर बन गई।यहाँ शिक्षक की पत्नी, पंच, व्यापारी को भी मनरेगा मजदूर बना कर फर्जी भुगतान किया गया है।पर इस बारे में रोजगार सहायक का कहना है कि कोई भी मजदूरी कर सकता है चाहे वो सरपंच का परिवार हो या शिक्षक की पत्नी हो या फिर व्यापारी।
सोनहत– ग्रामपंचायत सोनहत में सरपंच का परिवार कर रहा मजदूरी………..
सरपंच ने पत्नी के नाम पर जॉब कार्ड बनवाकर पत्नी, माता, पिता के नाम पर अच्छी खासी रकम निकाली गई है