बिलासपुर। ठंड का सितम और शीतलहर.कोहरे की जुगलबंदी से बुजुर्गों का दम निकाल रहा है। साल का आखिरी 90 घंटा बेहद कष्टप्रद गुजर रहा है। हाड़ कंपा देने वाली ठंड में गरम कपड़ा भी कम पड़ रहा है। 10 साल में पहली बार न्यूनतम तापमान 6ः5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। मौसम विभाग ने बिलासपुर को कोल्ड डे घोषित कर दिया। उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव ने शहर को जकड़ रखा है। रविवार को न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की और कमी आई। यह सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है।
मौसम विभाग की मानें तो संभाग में अभी बादल छाए हुए हैं उनके छंटते ही न्यूनतम तापमान में और गिरावट आएगी। आलम यह है कि गरम कपड़ा से भी राहत नहीं मिल रहा। सुबह 10 बजे से पहले पानी में मुंह धोना भी मुश्किल हो गया है। घने कोहरे और शीतलहर के बीच बच्चों व बुजर्गों की समस्या बढ़ने लगी है।
दम फूलने की शिकायत को लेकर रविवार को बड़ी संख्या में मरीज अस्पताल पहुंचे थे। शासन ने पहले ही एडवाइजरी जारी कर विशेष ख्याल रखने हिदायत दिया है। सुबह 8ः30 बजे से स्कूल खोलने पर भी रोक लगा दिया है।
मौसम विभाग का कहना है कि आसमान में छाए बादल साफ होते ही उत्तर से तेज शुष्क हवाएं चलने लगीं है। इसी के असर से संभाग में ठंड बढ़ गई है। दरअसल पिछले तीन.चार दिनों से अरब सागर में बना चक्रवात खत्म हो गया है। इससे अब समुद्र से नमी आनी बंद हो गई है। नमी का प्रभाव खत्म होते ही उत्तरी शुष्क और बर्फीली हवा का प्रभाव बढ़ गया है। हालांकि जलवायु परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता को प्रभावित कर रहा है। यह इस साल पारा को नीचे ला सकता है। फसलों को इससे नुकसान हो सकता है।