दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने शनिवार को एक बार फिर जवानों को निशाना बनाने का प्रयास किया। इस बार भी नक्सलियों ने पूसपाल से बोदली मार्ग पर पांच किलो आईईडी विस्फोटक लगाया था। इस विस्फोटक को प्रेशर कुकर में प्लांट किया गया था जिसे जवानों बरामद कर नष्ट किया। पूसपाल से बोदली मार्ग पर जवानों को लगातार निशाना बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मार्ग पर हर जगह विस्फोटक दबे और छिपे होने की बात सामने आई है। इसके चलते ग्रामीणों ने इस मार्ग का प्रयाेग करना तक बंद कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट आशीष मिश्रा के नेतृत्व में जवान सड़क निर्माण की सुरक्षा में सर्चिंग के लिए निकले थे। इस दौरान पूसपाल से बोदली मार्ग पर पेड़ के नीचे 5 किलो का आईईडी विस्फोटक बरामद किया। नक्सलियों ने बम को तरह से प्लांट किया था। जिस जगह पर आईईडी लगी थी वहीं कुछ दूरी पर काले रंग के धागे से ट्रिप वायर बनाने के साथ पत्तों और पत्थरों के बीच छिपाकर प्रेशर स्विच लगाया गया था। जिससे धागे पर पैर अगर छू जाए तो भी बम सक्रिय होकर फट सके।
इस मार्ग पर पहले भी तीन बार यहां से विस्फोटक बरामद हो चुका है। दो बार नवंबर में और एक बार अगस्त में। अगस्त में तो नक्सली सप्ताह मनाने के दौरान विस्फोट होने से एक जवान शहीद हो गया था।
25 नवंबर 2019: बारसूर.पल्ली मार्ग पर पुसपाल के आगे नक्सलियों ने आईईडी बिछा रखी है। सर्चिंग के दौरान जवानों को 3 फीट गहरे गड्ढे में प्रेशर कुकर में 3 किलो आईईडी दबी मिली। जिसे पत्थरों व पत्तों से दबाकर रखा गया था।
22 नवंबर 2019: इसी इलाके में नक्सलियों की लगाई आईडी की चपेट में आकर सड़क निर्माण में लगे 2 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
06 अगस्त 2019: नक्सली सप्ताह के चौथे दिन पुसपाल सीआरपीएफ कैम्प से करीब 700 मीटर की दूरी विस्फोट हुआ। सीआरपीएफ के जवान रात करीब 11 बजे गश्त से लौट रहे थे। वहीं 3 किमी दूर बोदली की सड़क के किनारे गिट्टी का ढेर रखा हुआ था। इसी के नीचे दो बम को जोड़कर प्रेशर कूकर में नक्सलियों ने आईईडी दबाकर रखी थी। इसी गिट्टी पर जवान रोशन कुमार का पैर आते ही ब्लास्ट हो गया और उनकी मौत हो गई।