रायपुर। टिकरापारा इलाके के मोतीनगर से लगे गोदावरीनगर स्थित निजी हॉस्टल मातृ छाया में रहकर नर्सिंग की पढ़ाई कर रही छात्रा मनीषा सिदार और उसकी बड़ी बहन मंजू सिदार का दिनदहाड़े कत्ल करने वाले परिचित बताए जा रहे हैं। आरोपित मंगलवार सुबह सवा दस बजे दोनों बहनों से मिलने उनके कमरे में आए और एक घंटे से ज्यादा समय तक साथ रहे। घटनास्थल पर बिखरा सामान और संघर्ष के निशान इस बात की ओर इशारा कर रहे थे कि बातचीत के दौरान विवाद होने पर अचानक बौखलाकर आरोपितों ने कमरे में रखे लोहे के तवे को ही हथियार बना लिया। तवे से ताबड़तोड़ वार करके दोनों बहनों को मौत की नींद सुला दिया गया। जिस समय तवे से मनीषा के सिर पर वार किया गया, उस वक्त वह कॉलेज जाने के लिए तैयार होकर खाना खा रही थी। वह दो निवाली ही मुंह में डाल सकी थी कि अचानक उस पर हमला हो गया। इस हमले में उसके सिर से खून के फौव्वारे छूटने लगे। वह बेहोश होकर गिर पड़ी। छोटी बहन पर हमला होते ही बड़ी बहन मंजू ने हत्यारों से करीब 10 मिनट तक संघर्ष किया। झूमा-झपटी में घर का सारा सामान इधर-उधर बिखर गया। इस बीच मंजू को काबू में कर हत्यारों ने उसे भी मौत के घाट उतार दिया। पुलिस का दावा है कि हत्यारों के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिल गया है। जल्द ही वे पकड़े जाएंगे। तीन मंजिला इस हॉस्टल में तीसरे माले पर बने एक कमरे में दोहरे हत्याकांड की यह वारदात हुई। चीख-पुकार सुनकर नीचे रहने वाली छात्राओं ने हॉस्टल के मालिक बंटी साहू को सूचना दी। बंटी साहू जब वहां पहुंचा तो कमरे का दरवाजा बंद था, खिड़की से झांककर देखा तो उसके होश उड़ गए। दोनों बहनों खून से लथपथ औंध मुंह पड़ी थी। हत्यारे कमरे में मौजूद थे। इससे पहले कि बंटी कुछ समझ पाता हत्यारों की नजर उस पर पड़ गई। पकड़े जाने के डर से दोनों ने दरवाजा खोलकर भागना ही बेहतर समझा। बंटी को सामने खड़ा देख उसे धक्का मारकर किनारे कर हमलावर तेजी से सीढ़ियों से नीचे उतरकर भाग गए। हड़बड़ी में एक हत्यारे का जूता कमरे में ही छूट गया। बंटी की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। तफ्तीश में यह साफ हुआ है कि करीबी लोगों ने सगी बहनों की हत्या की है। पुलिस का कहना है कि बंटी थोड़ी-सी सक्रियता दिखाता तो मौके पर ही आरोपित पकड़े जाते। तीन मंजिला इस मकान में ग्राउंड फ्लोर में दो, फर्स्ट फ्लोर और सेकंड फ्लोर में तीन-तीन और सबसे ऊपर एक कमरे में मनीषा सिदार पिछले दो साल से रहकर रावतपुरा नर्सिंग कालेज में बीएससी नर्सिंग सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी। बड़ी बहन मंजू सिदार भी इसी कालेज से नर्सिंग की पढ़ाई पूरी कर चुकी थी। वह सोमवार को मनीषा से मिलने आई थी और दूसरे दिन दिल दहला देने वाली वारदात हो गई। घटनास्थल पर दिनभर लोगों की भीड़ लगी रही।
वारदात के बाद घटनास्थल पर बिखरा सामान
छात्राओं ने बताया कि सुबह 11 बजे मनीषा और मंजू के चीखने की आवाजें सुनकर वे ऊपर जाने को हुईं, लेकिन डर गईं। कमरे से झगड़ने और मारपीट की आवाज आ रही थीं। हॉस्टल मालिक बंटी साहू को फोन पर इस घटना की सूचना देकर आकर देखने को कहा। बंटी जैसे ही ऊपर पहुंचा, दोनों युवक दरवाजा खोलकर सीढ़ियों से तेजी से नीचे उतरकर भागते हुए दिखाई दिए। बंटी ने कमरे में खून से लथपथ दोनों बहनों को देखकर डायल 112 को इसकी सूचना दी। पुलिस ने घायल दोनों बहनों को उठाकर आंबेडकर अस्पताल पहुंचाया, यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मंजू ने लिखाई थी युवक के खिलाफ रिपोर्ट, इससे नाराज था आरोपित
पुलिस की जांच में पता चला कि पिछले महीने मंजू सिदार ने रायगढ़ के ही एक युवक के खिलाफ चक्रधर नगर थाने में छेड़छाड़ और धमकी देने की शिकायत दर्ज कराई थी। परिजनों ने भी उस लड़के से मंजू को जान का खतरा बताया था। थाने में शिकायत करने से वह युवक नाराज था। पुलिस का दावा है कि इसी युवक ने साथियों के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। उसकी तलाश में पुलिस टीम अलग-अलग जिलों में रवाना की गई है। आरोपित मृतका का फेसबुक दोस्त भी है।
पुलिस रहती गंभीर तो बच जाती जान
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छात्रा की रायगढ़ के मधुबन पारा निवासी एक युवक से मित्रता थी। बाद में छात्रा ने युवक से बातचीत बंद कर दी। इसके बाद भी युवक उसका पीछा नहीं छोड़ रहा था। युवक उसे फेसबुक, वाट्सएप के माध्यम से लगातार मैसेज करता रहता था। इससे परेशान होकर छात्रा ने चक्रधर नगर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
बेटियों के पिता रायगढ़ तहसील में हैं पटवारी
राजधानी रायपुर में शहर की दो बेटियों की हत्या से परिजन सदमे में हैं। मोहल्लेवासियों के मुताबिक किसी का फोन आने के बाद से घर में रोने की आवाज आने लगीं। बिनोबा नगर बोरपारा वार्ड नम्बर 24 निवासी जालांधर सिदार रायगढ़ तहसील में पटवारी हैं।
हॉस्टल की छात्राएं बोलीं, पहले कभी नहीं आए थे आरोपित
हॉस्टल में अलग-अलग कमरों में रहने वाली छात्राओं ने बताया कि मनीषा से मिलने उसकी बड़ी बहन मंजू अक्सर आती थी। पहले मनीषा फर्स्ट फ्लोर में रह रही थी। कुछ महीने पहले ही वह तीसरे माले पर छत पर बने कमरे में शिफ्ट हुई थी। मनीषा से मिलने के लिए परिजन के साथ कुछ लड़के भी आते थे। उन लड़कों को वह नाम-पता से नहीं पहचानती हैं, लेकिन चेहरा देखने पर पहचान लेगीं। छात्राओं ने कहा कि हत्या की वारदात को अंजाम देकर भागे दोनों युवकों को पहली बार ही यहां आते देखा है। पुलिस ने दोनों के सीसीटीवी फुटेज दिखाया तो छात्राओं ने कहा कि दोनों आज ही सुबह काफी देर तक सीढ़ियों पर बैठे थे। बाद में मनीषा, मंजू से मिलने कमरे में गए।
भागते समय मोबाइल पर बात कर रहा था हत्यारा
कमरे में दाल, चावल, पापड़ से भरी प्लेट के साथ ही खाली प्लेट मिलने से पुलिस का कहना है कि आरोपितों ने खाना खाने के बाद विवाद होने पर वारदात को अंजाम दिया है। क्राइम सीन के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज में दो युवक तेजी के साथ बाहर निकलकर भागते हुए दिख रहे हैं। उनमें से एक जैकेट पहना युवक मोबाइल फोन पर किसी से बात कर रहा था, जबकि दूसरा युवक नीली शर्ट पहनकर पीछे जाता दिख रहा है। वह चलते हुए लंगड़ा भी रहा था।