जावरा/रतलाम। व्यापारी मोहित पिता प्रकाशचंद्र पोरवाल (30) निवासी ताल ने 7 अगस्त 2019 को रिंगनोद थाने पर शिकायत की थी कि कुछ माह पहले उसकी दोस्ती पिंकी शर्मा उर्फ प्रियांशी से फोन पर हुई थी, तब से दोनों वाट्सएप पर चेटिंग करते थे। 6 अगस्त 2019 को पिंकी शर्मा ने वाट्सएप कॉल कर कहा कि आप मंदसौर जाओ तो उसे भी छोड़ देना। शाम करीब साढ़े छह बजे वह कार से जावरा पहुंचा, वहां पिंकी सड़क किनारे खड़ी थी। पिंकी को लेकर वह मंदसौर के लिए रवाना हुआ। माननखेड़ा टोल नाका पार करने के बाद सुनसान स्थान पर पिंकी ने उल्टी होने की बात कहकर कार रुकवाई। नीचे उतरने पर पीछे से आकर अज्ञात व्यक्ति ने सिर पर वार किया तथा तीन-चार अन्य लोगों ने उसे पकड़ा और मुंह पर कपड़ा डालकर कार में बैठा लिया। वहां से उसे जंगल में किसी घर के सामने ले गए और उसकी टी शर्ट उतारकर पिंकी के साथ फोटो लिए और धमकी दी कि पचास लाख रुपए नहीं दिए तो वीडियो वायरल कर देंगे। मोहित की रिपोर्ट पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मारपीट व फिरौती मांगने का प्रयास करने का मामला दर्ज किया था। एसपी गौरव तिवारी, एएसपी सुनील पाटीदार, जावरा सीएसपी (आईपीएस) अगम जैन व जावरा ग्रामीण एसडीओपी डीआर माले के मार्गदर्शन में गिरोह को पकड़ने के लिए रिंगनौद थाना प्रभारी गिरीश जेजुलकर के नेतृत्व में टीम गठित की गई। सायबर सेल से जानकारी निकलवाने के बाद टीम ने गिरोह के सदस्यों का पता लगाकर बीती रात आरोपित सन्ना उर्फ कालिया उर्फ उमेर खान पिता यूसुफ खान निवासी हाथी खाना रतलाम को बड़ौदा (गुजरात) और विक्की उर्फ विभोर पिता कैलाश पंवार (34) निवासी गौशाला रोड रतलाम व प्रियांशी भाभोर उर्फ पिंकी शर्मा उर्फ फरहीन पति प्रफुल्ल भाभोर (30) निवासी झाबुआ हालमुकाम हाथी खाना रतलाम को इंदौर से हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपित ने बताया कि उनके साथ आरोपित जुबेर पिता अजीज मेवाती व माजिद खान दोनों निवासी ताल और सोनू मेव निवासी मंदसौर भी थे। उक्त तीनों फरार है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
गुरुवार शाम जावरा में पत्रकारवार्ता में सीसीएसपी अगम जैन ने बताया कि जांच में पता चला कि आरोपित कालिया घटना के बाद से फरार होकर बड़ौदा चला गया था। इस पर उसे वहां से पकड़कर रिंगनौद थाने लाया गया। वहीं पिंकी उर्फ प्रियांशी व विक्की को भी हिरासत में लिया गया। सन्ना उर्फ कालिया ने बताया कि उन्हें पता चला था कि मोहित पोरवाल ने क्रिकेट के सट्टे में दस करोड़ रुपए जीते हैं। उसने पिंकी, विक्की, जुबेर, माजिद व सोनू के साथ मिलकर ब्लैकमेल की साजिश रची, फिर पिंकी की वाट्सएप पर मोहित से दोस्ती कराई। जब मोहित पोरवाल जावरा से कार में पिंकी को लेकर मंदसौर के लिए रवाना हुआ तो उसकी कार के पीछे सन्नाा उर्फ कालिया व अन्य आरोपित सन्ना की कार (जीजे-06-एफके 2786) से लग गए। टोल नाके के आगे पिंकी ने कार रुकवाई तो जुबेर ने पीछे से मोहित के सिर पर पिस्टल के कुंदे से वार किया और विक्की, माजिद व सोनू ने उसके मुंह पर कपड़ा डालकर कार में बैठा लिया। इसके बाद मंदसौर की तरफ एक स्थान पर ले जाकर पिंकी के साथ मोहित के अश्लील फोटो खींचे और वीडियो बनाया। मोहित से 50 लाख रुपए की मांग की थी तो उसने 35 लाख रुपए देने पर हां की। थाना प्रभारी जेजुलकर ने बताया कि आरोपित फोन कर मोहित पोरवाल पर रुपए देने का दबाव बना रहे थे। दो-तीन दिन बाद उनके बीच नागदा (उज्जैन) रुपए देने की डील हुई थी। मोहित के बताए स्थान पर नागदा में रुपए लेने आरोपित आए लेकिन उन्होंने पुलिस दल को देख लिया था। इस पर वहां से भाग गए और अपने फोन बंद कर लिए थे।
इसके बाद भी वे वीडियो कॉलिंग कर मोहित से रुपए देने के लिए दबाव बनाते रहे। आरोपित जुबेर वर्ष 2012 में ताल में हुए खत्तू लाला दोहरे हत्याकांड में व माजिद 2018 में जावरा शहर थाने पर दर्ज हथियारों की खरीद-फरोख्त मामले में आरोपित है। अन्य आरोपितों का आपराधिक रिकार्ड भी चेक कराया जा रहा है। मामला उजागर करने में थाना प्रभारी जेजुलकर के साथ मामनखेड़ा चौकी प्रभारी सिंह, एसआई माया सरलाम, एएसआई साबिर खान व कैलाश बोराना, आरक्षक जाकिर खान, रवि पाटीदार, ललित जगावत, अनिल पाटीदार, असलम खान, महिला आरक्षक कौशल्या धनगर, सुनीता जाट, सायबर सेल के बलराम पाटीदार, मनमोहन शर्मा व विपुल भावसाल का विशेष योगदान रहा। एसपी तिवारी ने टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है। पुलिस के अनुसार पिंकी उर्फ प्रियांशी मूल रूप से झाबुआ की रहने वाली है। वह पति के साथ कुछ साल पहले रतलाम आकर हाथीखाना में आरोपित सन्नाा उर्फ कालिया के घर के समीप रहने लगी। वहीं जुबेर से उसकी दोस्ती हुई। कुछ समय पहले पति पिंकी उर्फ प्रियांशी को छोड़कर चला गया। इसके बाद से वह अपने एक बच्चे के साथ रतलाम में ही रह रही है। आरोपित जुबेर व माजिद ताल में व्यापारी मोहित के घर के आसपास ही रहते हैं। पुलिस ने जब आरोपितों का पता लगाने के लिए पिंकी के वाट्सएप नम्बर की जांच की तो नंबर ताल के एक व्यक्ति का निकला। पुलिस ने उक्त व्यक्ति से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह फोन रिचार्ज करने का काम करता था और उक्त सिम लापू सिम (रिचार्ज करने वाली है) उसने रिचार्ज का काम बंद कर दिया है। उक्त सिम किसी तरह जुबेर या माजिद ने ले ली थी। फोन नम्बर से न पकड़े जाएं, इसके लिए उक्त सिम पिंकी को दे दी। घटना के बाद कुछ दिन तक पिंकी उर्फ प्रियांशी ताल में मोहित के घर आसपास ही जुबेर व माजिद के साथ रही लेकिन मोहित को इसकी भनक नहीं लगने दी।