रायपुर। ग्राहकी 80 फीसद तक कम होने के बाद भी प्याज लोगों के आंसू निकाल रहा है। सामान्य दिनों में एक बोरी प्याज आधा दिन में बिक जाता था, लेकिन अभी उतने ही प्याज को बिकने में दो से ढाई दिन लग रहे हैं। इसकी वजह से कारोबारी पुराना स्टाॅक बिकने के बाद ही नया स्टाॅक मंगा रहे हैं। राजधानी में लोगों को सस्ता प्याज उपलब्ध कराने के लिए खोले गए सस्ते प्याज काउंटरों में भी प्याज 70 से 75 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है। काउंटर चलाने वाले कारोबारियों का कहना है कि महंगाई के चलते काउंटरों से भी भीड़ गायब हो गई है। एक-दो किलो प्याज की खरीदारी करने वाले ग्राहक अब एक पाव खरीद रहे हैं। ग्राहकी 80 फीसद कम होने के बाद भी कीमत नहीं गिर रही है। वर्तमान में रोज तीन-चार गाड़ी प्याज ही आ रहा है। थोक आलू-प्याज व्यावसायी संघ के अध्यक्ष अजय अग्रवाल का कहना है कि ऊपरी मार्केट से ही प्याज की कीमत ऊंची है। इसके बाद भी उच्च गुणवत्ता का प्याज नहीं आ रहा है।
आयातित प्याज के बाजार में आने पर होगा सस्ता
प्याज कारोबारियों का कहना है कि जब तक सरकार द्वारा आयातित प्याज बाजार में नहीं उतरेगा तब तक दाम में कमी आने की संभावना नहीं है। आगामी हफ्ते में आयातित प्याज के बाजार में आने की संभावना है।
क्वालिटी के अनुसार तय हो रही प्याज की कीमत
बाजारों में प्याज की क्वालिटी के अनुसार कीमत तय हो रही है। काफी छोटी-छोटी और निम्न गुणवत्ता वाला प्याज शनिवार को शास्त्री बाजार में 40 रुपये किलो तक बिका। अच्छी क्वालिटी वाला प्याज 80 से 90 रुपये किलो में बिक रहा है। महंगाई को देखते हुए घर और होटलों में प्याज का विकल्प तलाशा जा रहा है।
खाद्य विभाग ने की जांच, नहीं मिला ओवर स्टाक
प्याज की कीमत बढ़ने पर खाद्य विभाग ने प्याज के गोदामों की जांच की। खाद्य नियंत्रक अनुराग भदौरिया ने बताया कि बहुत से गोदामों में विभाग ने छापामार कार्रवाई की, लेकिन कहीं भी प्याज का ओवर स्टाक नहीं मिला।