जिला कोरिया. बैकुण्ठपुर पुलिस लाईन में गाड़ी मालिक अपनी कमियों को छुपाने के लिए थाना प्रभारी एवं अतिरिक्त पुलिस की चापलूसी में लगा हुआ है। गाड़ी मालिक द्वारा पुलिस वाले के साथ मार-पीट किया गया जिसकी शिकायत थाने में पुलिस वाले ने लिखित रूप से दर्ज कराई लेकिन आज तक अपराध दर्ज नहीं किया गया है एवं लोगों के द्वारा वाट्सअप पर फर्जी ढंग से समाचार चलाया जा रहा है। एक कहावत है चोर-चोर मोसेरे भाई. नई पीढ़ी के लोग संगठन बना-बनाकर प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं जिसमें एक का भी दामन साफ नहीं है। अब देखना यह है कि पुलिस प्रशासन ईमानदार के साथ है या बेईमान के साथ। बड़े शर्म की बात है कि पुलिस लाइन में एक पुलिस को मारते हुए जिसका वीडियो वशिष्ठ टाइम्स के समाचार में भी चलाया गया था आज-तक पुलिस प्रशासन ने उसपर कोई कार्यवाही नहीं की। पुलिस के आला अधिकारी अपराधी को अपने समक्ष चाय से सम्मान दे रहे हैं।
इसी प्रकार गाड़ी मालिक थाना प्रभारी के समक्ष समाचार की टिप्पणी करते हैं एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भी ऐसे व्यक्तियों को संरक्षण दे रहे हैं। दिनांक 23.11.2019 को सूचना के अधिकार के संबंध में संपादक को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के यहां बुलाया गया तो उस समय गाड़ी मालिक भी उस आॅफिस में बैठा हुआ था। संपादक द्वारा बिहार एवं रीवा वालों की चर्चा हो ही रही थी उनके पीछे एक पुलिस कर्मी सुन रहा था जिसके द्वारा इस संबंध में संपादक से बहस व अपमान जनक बात की गई। उसी समय उस आॅफिस में विश्वकर्मा ईस्टोनों एवं राजवाड़े बाबू भी मौजूद थे। एक ही परिवार एडिशन आॅफिस व कोतवाली में हावी हैं जिसकी शिकायत पुलिस महा निर्देशन रायपुर एवं पुलिस अधीक्षक बैकुण्ठपुर में की गई। पत्रकारिता की आढ़ में पुलिस के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। क्योंकि पुलिस के नियमानुसार पुलिस विभाग में गाड़ी लगाने पर सजा एवं जुर्माने का प्रावधान है। जिसकी जानकारी पुलिस के सरगुजा आई.जी. द्वारा मंगाई गयी है।