जिला कोरिया. एकता मंच के अध्यक्ष के द्वारा कहा गया है कि मैं बिल्डर का एक-एक कर्जा उतार कर रहूंगा। पहला कर्ज जब मैंने चाय पिया था, चाय के एवज में नगर पालिका में 15 पार्षदों ने बिल्डर के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए सी.एम.ओ से लिखित रूप में प्रस्ताव पारित कराया। जिसमें बिल्डर की कालोनी को अवैध घोषित कर दिया गया। बिल्डर को 51 मकान बनाने की स्वीकृति मिली थी जिसमें अवैघ रूप से धोखा-धड़ी करके सैकड़ों के तादाद में मकान का निर्माण करा दिया गया।
नगर पालिका परिषद में सामान्य सभा की बैठक में बैकुण्ठपुर की विधायिका एवं पार्षदों के बीच इस बिल्डर की तानासाही को लेकर सवाल भी उठाया गया। एवं सभी पार्षदों ने एक सुर में आवाज उठाया कि अवैध निर्माण के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए व मकान को तोड़वा देना चाहिए। सभी पार्षदों के द्वारा बिल्डर के विपरीत हस्ताक्षर करके लिखित रूप से सी.एम.ओ को दिया गया।
बैकुण्ठपुर के सी.एम.ओ द्वारा बिल्डर के ऊपर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है? बिल्डर के ऊपर जितने भी केस लगे हुए हैं पूरे केस की फाइल खुलने के पश्चात् जिला बदल की कार्यवाही हो सकती है। न्यायालय ने अगर इस फर्जी मामले को संज्ञान में लिया तो इस जमीन पर बिल्डर के ऊपर ब्याज, जुर्माना और चारसौबीसी के मामले में न्यायालय केे नियमानुसार सजा का भी प्रावधान है। तभी जिला कोरिया के एकता मंच के अध्यक्ष का पूर्ण रूप से कर्ज पट पाएगा। अवैध निर्माण को आज भी सीएमओ नहीं रूकवा पा रही है इससे यह प्रतीत होता है कि बिल्डर और सीएमओ का आपस में गहरा तालमेल है।
बुरा जो देखन मैं चला,
बुरा न मिलया कोय,
जो दिल खोजा आपना,
मुझसे बुरा ना कोय।