रायपुर। राजधानी के एक निजी स्कूल द रेडियंट वे स्कूल में एडवेंचर नाइट कैंप के दौरान बड़ा हादसा हो गया। जिसमें जिप लाइनिंग गेम के दौरान 25 फीट की ऊंचाई से एक बच्ची नीचे गिर गई। हादसे में बच्ची को गंभीर चोट आई है। बच्ची एम्स आइसीयू में भर्ती है। बच्ची के पैर में दो से ज्यादा फैक्चर हैं, वहीं चेहरे और सिर में भी गंभीर चोट आई है। एमआरआइ रिपोर्ट के बाद आगे की जांच होगी। मामले की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी जीआर चंद्राकर को प्राप्त होते ही वे स्कूल और बच्ची से मिलने अस्पताल पहुंचे। डीईओ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के निर्देश जारी किए हैं। डीईओ ने कहा स्कूलों में इस तरह के जानलेवा खेल नहीं करवाए जाने चाहिए। मामले में अगर स्कूल की लापरवाही पाई गई तो मान्यता रदद कर दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि पं. रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय से लगे द रेडियंट वे स्कूल में उस वक्त हड़कंप मच गया।
जब एक 11 साल की बच्ची जिप लाइनिंग गेम के दौरान रस्सी के सहारे नीचे आने शामिल होने गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसा उस समय हुआ, जब बच्ची एडवेंचर गेम जिप लाइनिंग के लिए दूसरी मंजिल में गई, उस समय उसने हेलमेट लगाया। कमर में बेल्ट लगाकर एंगल को रस्सी में फंसा कर उसे छोड़ा गया, वह सीधे नीचे गिर गई। बताया जा रहा था कि जितना खतरनाक यह गेम है, उस आधार पर सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम नहीं थे। बच्ची के नीचे गिरते ही स्कूल प्रबंधन मामले को दबाने में लग गया। पहले तो उसे 20 मिनट तक किसी भी अस्पताल में नहीं लेकर जाया गया। वहां मौजूद पालकों के कहने के बाद भी अस्पताल नहीं लेकर जाया गया। प्रबंधन यह कहता रहा कि बच्ची के पिता आने वाले हैं। उनके आने के बाद अस्पताल लेकर जाएंगे। एडवेंचर कैंप में स्कूल के 400 बच्चे शामिल थे, जिनसे प्रबंधन ने एक-एक हजार रुपये फीस भी ली थी। यहां बच्चों के लिए रुकने समेत खाने की व्यवस्था भी की गई थी। हालांकि मामले में परिजनों ने थाने में अब तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई है। वहीं स्कूल प्रबंधन ने कोई मामला दर्ज नहीं करवाया है। सुबह के तकरीबन 9.30 बजे की घटना बताई जा रही है।
जिस दौरान हादसा हुआ, उस समय बच्ची की मां भी मौके पर थी। बच्ची को इतनी ऊंचाई से गिरते देख मां सुध-बुध खो बैठी। वह कुछ देर के लिए बेहोश हो गई। मामले को लेकर द रेडियंट वे स्कूल की प्राचार्य भावना दुबे से इस संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए उन्हें फोन कॉल और मैसेज किए गए, लेकिन उनकी ओर से कोई भी जवाब नहीं आया। लेकिन वहीं के एक एडमिनेशटेशन अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि स्कूल प्रबंधन ने जिस कंपनी को यह आयोजन कराने की जिम्मेदारी सौंपी थी, उसकी जांच की जाएगी। लापरवाही सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी।