जिला कोरिया. बैकुण्ठपुर में गुप्ता बस में एक 85 वर्ष की महिला विश्रामपुर से आ रही थी एक नयी पीढ़ी की पत्रकार बोलने वाली जूही जिसने अपनी पत्रकारिता का धौंस जमाकर महिला को उसकी सीट से उठने को कहा। इन्हें कभी भी किसी भी पत्रकार के साथ देखा जा सकता है।
पत्रकार ‘नयी दुनिया’ की सहायिका जूही खातून जो चिरमिरी की निवासी हैं। विश्रामपुर से चिरमिरी के लिए गुप्ता बस की कंडक्टर सीट में एक 85 वर्ष की महिला बैठकर आ रही थीं। बैकुण्ठपुर में सहायिका जूही खातुन बस में चढ़ीं और उन्होंने उस वृद्ध महिला को सीट से उठने का आदेश दिया जब वृद्ध महिला ने विरोध में कहा कि मैं तो विश्रामपुर से इस सीट में बैठकर आ रही हूं तो जूही ने अपने पत्रकारिता का धौंस जमाते हुए कंडक्टर से उस वृद्ध महिला को सीट से उठाने को कहा और कंडक्टर ने उसकी मान ली।
क्योंकि जूही पत्रकार की सहायिका है। सब के सामने उस वृद्ध महिला का अपमान किया गया। फिर महिला के दमाद रणधीर सोनी के पास फोन करके सूचित किया गया, रणधीर मौके में पहुंचकर कंडक्टर की इस गलती पर क्रोधित होकर जवाब देने लगे। उतने में सहायिका उठकर कंडक्टर की गलतियों का डिफेंस करने लगीं। और फिर अशोक कुशवाहा आ गए और वेे पत्रकारिता में अपनी छवि का नाजायज फायदा उठाने लगे। तुरंत एस.पी को फोन करके रणधीर सोनी को पोलिस के द्वारा उठवाकर थाने में एफ.आई.आर. दर्ज करवाने लगे। रणधीर सोनी ने क्रोध में आकर जो भी शब्द उस सहायिका से बोले थे उसके लिए उन्होंने सहायिका से माफी मांगी।
उस सहायिका ने भरे थाने में यह कहा कि तुम्हे यदि माफ करना होता तो भरे समाज के बीच में दो तमाचा मारती और तुम्हारी सारी इज्जत की ऐसी तैसी हो जाती। वो किसी भी शर्त पर यह मानने को तैयार नहीं थीं कि गलती उसी की है। अगर सहायिका को एफ.आई.आर. कराना भी था तो मौके की सत्यत्ता के आधार पर करवाना था । उन्होंने छेड़-छाड़ का आरोप लगाया. क्या कोई दामाद अपनी सास के सामने किसी महिला के साथ छेड़छाड़ करेगा?
85 साल की वृद्ध के लिए सीट छोड़ी जाती है न कि उससे सीट छीनी जाती है ।