रायपुर। जिला प्रशासन ने गाइड लाइन दर से मात्र दो प्रतिशत अधिक शुल्क देकर नजूल पट्टों को फ्री होल्ड करने के लिए तैयारी कर ली है। इसे दिवाली पर तोहफे के रूप में देखा जा रहा है। कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन ने जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर राजस्व संबंधी कार्यों नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, डायवर्सन, नजूल पट्टों का नवीनीकरण, स्लम पट्टों का नामांतरण एवं नवीनीकरण सहित विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारियों के कार्यों के आधार पर उनके वार्षिक गोपनीय प्रतिवेदन में मतांकन का कार्य किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि राजस्व एवं आपदा प्रबंध विभाग द्वारा हॉल में निर्देश जारी कर नजूल पट्टों की भूमि को फ्री होल्ड करने का प्रावधान किया गया है।
इच्छुक आवेदक गाइड लाइन दर का मात्र दो प्रतिशत अधिक शुल्क देकर नजूल पट्टों की भूमि को फ्री होल्ड करा सकते हैं। कलेक्टर ने इस योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार करने तथा फ्लेक्सी आदि के माध्यम से नागरिकों को इसकी जानकारी देने को कहा।
कलेक्टर ने स्लम एरिया के पटटों के सर्वेक्षण कार्य की जानकारी ली और इस कार्य को 30 अक्टूबर तक पूरा करने के निर्देश दिए, जिससे इसके उपरांत दावा-आपत्ति का कार्य शीघ्र किया जा सके। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की समीक्षा भी की और इसके माध्यम से भी जिले के अधिक से अधिक किसानों को भी लाभान्वित करने को कहा।
बैठक में जानकारी दी गई कि इस योजना के तहत किसानों के पंजीयन करने और डाटा एंट्री करने का कार्य किया जा रहा है। इच्छुक किसान पटवारी एवं संबंधित राजस्व अधिकारी को अपना आवेदन दे सकते हैं।
कलेक्टर ने ई-कोर्ट के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा प्रकरणों के पंजीकरण करने और निराकरण करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विनीत नंदनवार, अपर कलेक्टर पदमनी भोई, एसडीएम प्रणव सिंह सहित राजस्व विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।