रवि शर्मा..
सोनहत–ग्राम पंचायत चंकडड़ के उपसरपंच राकेश जायसवाल ने स्वयं के नाम पर फर्म बनाकर रूर्बन तथा मनरेगा से सिर्फ एक साल में ही लगभग चार करोड़ से उपर का कार्यों में अपना बिल लगा कर लाखों रुपए का गोलमाल किया है। और प्रशासन के आला अधिकारी खुलकर जायसवाल जी पर अपनी कृपा बरसा रहे हैं ताकि उपसरपंच की गिनती धनकुबेरों में हो सके खासकर रूर्बन के अधिकारी।अफसोस की बात है कि जनता का विकास शून्य है और ऐसे सरपंच, पंच सिर्फ और सिर्फ अपनी जेबें भरने में लगे हैंऔर अधिकारी मोटा कमीशन लेकर दोनों हाथों से जनता के विकास का पैसा ऐसे भ्रस्ट लोगों की जेब में पहुँचा रहे हैं।