सुरेशचंद्रगुप्त
पूर्व संरक्षक कोरियावासी संघ.बैकुण्ठपुर
अंबिकापुर-जबलपुर यात्री गाड़ी को ठीक ऐसे समय जब 15 अगस्त, रक्षाबंधन और जन्माष्टमी जैसे महत्वपूर्ण पर्व हैं। इस गाड़ी का परिचालन इस अवधि में बंद कर देना रेल विभाग के अधिकारियों का अविवेकपूर्ण निति है। नागरिकों द्वारा इसका विरोध स्वाभाविक है। इस गाड़ी को सरगुजा जिले के नागरिकों की भारी मांग पर चलाया गया था। जो इस रेल खण्ड की महत्वपूर्ण और सुविधाजनक गाड़ी बन गई है। चुंकि ये गाड़ी दिन ढलने से पूर्व जबलपुर पहुंच जाती है, यह हर वर्ग विशेषकर महिलाओं के लिए तथा असहाय व्यक्तियों के लिए सुरक्षित गाड़ी है। इस गाड़ी के परिचालन को बंद करने के पूर्व रेल प्रशाषन को क्षेत्र के संबंधित मंत्री, विधायक और नागरिकों से बात करनी थी। रेल अधिकारियों को सबको अपने विश्वास में लेकर चलना चाहिए। इस गाड़ी की महत्ता को देखते हुए इसे वर्तमान में जबलपुर के समीप आधारताल तक चलाया जाना चाहिए। चुंकि यह गाड़ी जबलपुर से दूसरे दिन लौटता है। इसे शेष समय के लिए कटनी जंक्शन में वापस लाया जा सकता है। कटनी का रेलयार्ड देश का सबसे बड़ा यार्ड है। उचित निर्णय यही होगा कि इस गाड़ी का परिचालन आधारताल तक शीघ्र किया जावे।