वशिष्ठ टाइम्स।।
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानी 03 अगस्त दिन शनिवार को हरियाली तीज या श्रावणी तीज मनाई जाएगी। इस दिन महिलाएं समूह में एकत्र होकर गीत गाती हैं, झूला झूलती हैं, मेहदी लगती हैं, वहीं माता-पिता अपनी बेटियों के घर स्वादिष्ट पकवान गुजिया, घेवर, फेनी और श्रृंगार के सामान भेजते हैं। महिलाएं इस दिन 1 श्रृंगार करती हैं, सुहाग के प्रतीकों को धारण करती हैं। शाम को माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं। हरियाली तीज के दिन महिलाओं को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- हरियाली तीज पर महिलाओं को भूलकर भी ये तीन बातें नहीं करनी चाहिए। पति से छल-कपट, झूठ बोलाना एवं दुर्व्यवहार। ऐसा करने से व्रत पूर्ण नहीं माना जाता है।
- इस यदि बेटी मायके में हैं तो उसे हरे रंग की चूड़ियां, हरे रंग की साड़ी और हरे रंग की नेल पॉलिश देना शुभ माना जाता है।
- हरियाली तीज पर महिलाएं हरे रंग को ज्यादा प्राथमिकता देती हैं, इस दिन हरी चूड़ियां पहनती हैं, जो उनके पति की लंबी आयु, खुशहाली और तरक्की का प्रतीक होती हैं।
- हरियाली तीज का व्रत निर्जला होता है, इस दिन व्रत रहने वाली महिलाओं को जल ग्रहण नहीं करना चाहिए। हालांकि जो बीमार हैं या गर्भवती हैं, उनको छूट है।
- ऐसी मान्यता है कि जब हम अपने पति के मंगलकामना के लिए व्रत रहते हैं, तो किसी अन्य के विषय मे बुरा न सोचें।
- इस व्रत के समय निद्रा का त्याग करना चाहिए। रात के समय भजन-कीर्तन करने का विधान है।
- व्रत रखने वाले व्यक्ति को किसी का तिरस्कार नहीं करना चाहिए और न ही किसी रूप में प्रकृति को नुकसान पहुंचाना चाहिए।
- इस दिन महिलाओं को भगवान शिव और पार्वती के मिलन की कथा जरूर सुननी चाहिए।
- हरियाली तीज के व्रत में महिलाओं को काले और सफेद वस्त्र के प्रयोग से बचना चाहिए। लाल और हरे रंग के वस्त्रों पहने सकती हैं।
- इस दिन तीज माता के गीत गाने और झूला झूलने का प्रचलन है।