’सोनहत.’ प्राप्त जानकारी के अनुसार क़ृषि विभाग में जैविक खेती के जरिए किसानों की खराब हो रही जमीनों को उपजाऊ बनाने के लिए शासन द्वारा हर साल करोड़ों रुपए खर्च किया जा रहा हैए पर अफसोस यह राशि सीधा अधिकारियों की जेबों में चली जा रही है और इनकी खबर लेने वाला कोई नहीं है।सूत्रों के हवाले से खबर है कि वित्तीय वर्ष 2017.18 में सोनहतए रामगढ़ए पहाड़पाराए नौगईए मझारतोला में संबंधित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों ने अपने चहेतों का बिल लगाकर लाखों रुपए का बंदरबांट कर लिया ये राशि किसानों के जुताईए बुवाईए दवाई के लिए शासन द्वारा दी गई थी।सोनहत के अधिकारी ने तो लोकल ग्रामीण को झांसे में लेकर और उसका बिल लगा कर लगभग डेढ़ लाख रुपए निकाल लियाए पर इनकी जांच करने वाले अधिकारी जान कर भी अनजान हैंए इसीलिए तो किसान कंगाल और अधिकारी मालामाल हो रहे हैं।