वशिष्ठ टाइम्स।। रवि शर्मा।
रामगढ़, सुकतरा- ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार सुकतरा गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान की सीमा के अंदर बसा हुआ ग्राम है, जिससे यहां के ग्रामीणों को अपनी जरूरतों के लिए वैसे भी बहुत संघर्ष करना पड़ता है क्योंकि ये गाँव सोनहत मुख्यालय से लगभग 60-70 किलोमीटर दूर अंतिम छोर पर स्थित है और आने जाने का साधन भी नहीं है। ऐसी स्थिति में शासन की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लाभ यहां के ग्रामीण नहीं ले पातेए इसी प्रकार यहाँ के कुछ लोगों का अटल आवास पास हुआ है जिसके लिए कुछ ग्रामीणों ने 10-10 हजार ईंट का निर्माण किया था जिसे जलाने के लिए ग्रामीणों द्वारा जंगल से सूखी लकड़ियां लाकर कच्चे इंटो को जलाया गया जिसके एवज में संबंधित बीट गार्ड एवं फारेस्टर द्वारा ग्रामीणों से दो.दो हजार रुपए की मांग की गई, जिसमें कुछ ग्रामीणों द्वारा पैसा दिया गया और कुछ नहीं दे पाये तो एक ग्रामीण महिला का एक ट्रैक्टर ईंट उठा कर ले गए और ग्रामीणों को कोई रसीद भी नहीं दी गई।इसी प्रकार कई निर्माण कार्य में मजदूरों का फर्जी हाजिरी भरकर राशि आहरण करते हैं और ग्रामीणों को वास्तविक मजदूरी भी कम दी जाती है।
पर अफसोस की बात है इतनी शिकायतों के बाद भी इनपर कोई कार्यवाही नहीं होती है।