नरसिंहपुर.जिले में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर फसल वोने वालों की अब खैर नहीं। जिला प्रशासन द्वारा सघन अभियान चलाकर अतिक्रमण कर फसल वोने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी। इस आशय के निर्देश कलेक्टर दीपक सक्सेना ने सोमवार को समय सीमा की बैठक में दिये। सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर फसल वोने वालों को चेतावनी दी गई है कि वे शासकीय भूमि पर कोई भी फसल नहीं वोयें, अन्यथा फसल हटवाकर संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।
बैठक में बताया गया कि जिले में शासकीय भूमि का सत्यापन कराने के लिए जून माह में अभियान चलाया गया। जिले में 12 हजार 565 खसरा नम्बरों की 7426.087 हेक्टर रकबे की शासकीय भूमि पर 14 हजार 282 अतिक्रामकों द्वारा कब्जा किया जाना पाया गया। इन अतिक्रमण करने वालों के विरूद्ध जिले में सघन अभियान चलाया जायेगा। शासकीय भूमि के सत्यापन के अनुसार तहसील नरसिंहपुर में 1029.786 हेक्टर रकबे पर 2336 अतिक्रामकों, करेली में 1175.735 हेक्टर रकबे पर 1756 अतिक्रामकों, गाडरवारा में 3843.681 हेक्टर रकबे पर 6377 अतिक्रामकों, गोटेगांव में 1002.98 हेक्टर रकबे पर 2663 अतिक्रामकों और तहसील तेंदूखेड़ा में 373.905 हेक्टर रकबे पर 1150 अतिक्रामकों द्वारा अतिक्रमण किया जाना पाया गया।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जावे कि पटवारी हल्का मुख्यालय पर संबंधित पटवारी अतिक्रमण करने वालों की सूची का वाचन करें। ग्राम पंचायतों में होने वाली जनसुनवाई के दौरान भी शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करने वालों की सूची का वाचन किया जावे। इस सूची को ग्राम पंचायत में चस्पा भी कराया जावे। ये निर्देश सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों, तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों, राजस्व विभाग के अमले और संबंधित अधिकारियों को दिये गये। उन्होंने निर्देश दिये कि राजस्व न्यायालय में अतिक्रमण के सभी प्रकरण दर्ज करें। सप्ताह में कम से कम एक दिन अतिक्रमण से संबंधित प्रकरणों की सुनवाई करें। आरसीएमएस में भी प्रकरण दर्ज किये जावें। पटवारीवार अतिक्रमण के प्रकरणों की रिपोर्ट बुलवाई जावे।
जर्जर मकानों को तोड़ा जायेगा
बरसात को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर दीपक सक्सेना ने निर्देश दिये कि जर्जर मकानों के सर्वे के अनुसार उन्हें सूचीबद्ध किया जावे। जर्जर मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जाना है। इस संबंध में सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया गया। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि नाला- नाली की समुचित साफ- सफाई की जावे। इसके लिए अभियान चलाया जावे। बरसात के दौरान पानी घरों में नहीं घुसे। पानी का जमाव नहीं हो। इसके लिए समुचित प्रबंध किये जावें। जहां कूड़ा- कर्कट/ कचरे के ढेर को हटवाया जाये। जहां मिट्टी या कचरे के ढेर के धसकने की आशंका हो, वहां अविलम्ब ऐसे ढेर हटवाये जावें।
स्कूलों का भ्रमण करें
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने सभी एसडीएम से कहा कि वे स्कूलों का भ्रमण करें। सभी मिडिल स्कूलों में एक स्मार्ट क्लास बनाई जाना है और शालाओं में पौधरोपण कराना है, स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हें हेल्थ कार्ड भी दिये जाना है, इसकी व्यवस्था की जावे। पौधरोपण में पौधों की संख्या दो से पांच के बीच रहे। पौधे बड़े, स्वस्थ एवं अच्छी गुणवत्ता के होना चाहिये। पौधों का समुचित संरक्षण हो, ताकि वे जीवित रहें। पौधरोपण में नीम, करंज, कदम्ब, आम आदि के पौधों को प्राथमिकता दी जावे।
बैठक में कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन, कलेक्ट्रेट में ई- फाइलिंग और ग्राम पंचायतों के परिसीमन के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये।
बैठक में अपर कलेक्टर मनोज ठाकुर, सीईओ जिला पंचायत आरपी अहिरवार, एसडीएम महेश कुमार बमनहा, जीसी डेहरिया, राजेश शाह एवं आरएस राजपूत, डिप्टी कलेक्टर डीएस तोमर, सोनम जैन व संघमित्रा बौद्ध, विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख, तहसीलदार, नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी, जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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