कोरिया। जिला कोरिया कांग्रेस में चर्चा का विषय है कि पूर्व कांग्रेसियों को हटाकर नये नेताओं की जरूरत है जो ईमानदार व पार्टी हित में कार्य कर सकें। जिससे पार्टी मजबूत व सही दिशा में जा सके। क्योंकि पुराने कांग्रेसी पार्टी पर ध्यान देने के बजाय नोट छापने में लगें है जिससे पार्टी कमजोर होती जा रही है। तथा सालों से जमे होने के कारण पद का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे लोगों में कांग्रेस को लेकर विद्वोह सा होता जा रहा है। लोकसभा चुनाव में हार का भी एक यही कारण था कि पुराने पदाधिकारी चुनाव में ध्यान देने की जगह अपना नोट छापने में लगे हुए थे। कांगेस को सत्ता में बने रहना है, तो अपनी सोच बदलने के साथ सबको एक समान लेकर चलना होगा।
हाईकमान को इसमें सोचना चाहिए कि हमारे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का सुर पार्टी के खिलाफ क्यों हो रहा है? तथा विचार करने वाली बात है कि विधानसभा में विजय प्राप्त के कुछ ही समय बाद लोकसभा चुनाव में कोरिया जिले से इतनी बड़ी हार का सामना क्यों करना पड़ा। इन सबका जिम्मेदार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ही है।