रमन सरकार द्वारा विद्युत उपकेन्द्र के उद्घाटन में बहा दिए 59 लाख रूपये।
पूर्व रमन सरकार के फिजुल खर्च को लेकर कांग्रेस ने जमकर हमला बोला है। कांगे्रस के मुख्य प्रवक्ता सुनील आंनद शुक्ला ने बयान जारी करते हुए कहा कि, रमन सरकार ने पैसों के साथ जमकर बर्बादी की है। उन्होंने यह भी कहा कि रमन सिंह जी अपने कार्यकाल में प्रोजेक्ट छोटा हो या बड़ा लेकिन उद्घाटनों में पैसे लूटाने में एक भी कमी नहीं किये थे। रमन सरकार द्वारा राजनांदगांव जिले के बोरी में बनाए गए 33/11 केवी उपकेन्द्र का लोकार्पण में 59लाख रूपये उद्यघाटन में लगाए है। जबकि प्रोजेक्ट 1.5 करोड़ का था। अर्थात प्रोजेक्ट के कुल बजट के एक तिहाई से भी ज्यादा राशि मात्र उद्यघाटनों के नाम पर ही लुटा दिये।
सुनील आनंद शुक्ला जी ने प्रेस बयान पर जारी कर इन सब स्टेशन के लोकार्पण के खर्च का पूरा ब्योरा पेश किया है शुक्ला जी ने बताया कि राजनांदगांव जिले में इस सब स्टेशन के लोकार्पण कार्य में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके पुत्र अभिषेक सिंह के आतिथ्य के गाड़ियों में लाखों रूपये के डीजल भरवाए गये थे। यह कार्यक्रम करीब एक घंटे का था. डीजल का भुगतान छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कंपनी के खाते से किया गया।
कांग्रेस के प्रवक्ता ने बताया कि जिले के खाद्य अधिकारी, डीएएफओ,फूड कंट्रोलर जैसे अधिकारियों के नाम से जारी लगभग 10 लाख रूपये डीजल बिल का भुगतान बिजली कंपनी के खाते से किया गया। जिन पेट्रोल पंप को ये भुगतान किया गया, उनमें राजनांदगांव के बसंतपुर स्थिति तीर्थ फ्यूल को 3ण्05 लाख रुपयेए सीटी फ्यूल. मठपारा को 3.90 लाख, दवे एण्ड कंपनी दुर्ग को 1.23 लाख। राजनांदगांव में पदुमतरा के अशोक फ्यूल को 1.53 लाख रुपये और छुरिया के भैयाजी फ्यूल को 70 हज़ार रुपये का भुगतान किया गया है ।
उन्होंने लोकार्पण के कार्यक्रम में मंच और टेंट हाऊस के भुगताना का भी ब्योरा दिया है। सुशील आनंद शुक्ला ने बताया है कि छोटे से उपकेन्द्र के लोकार्पण समारोह की आड़ में रमन सिंह और अभिषेक ने स्वयं का प्रचार.प्रसार करने में किया है। भारी.भरकम वाॅटर प्रूफ पण्डाल और विशालकाय मंच के लिए करीब साढ़े तैतालिस लाख रुपये खर्च किया गया है। इसमें एक नहीं तीन.तीन टेंट हाऊस को काम देकर भुगतान किया गया।
इस कार्यक्रम के आयोजन के एवज में 29 लाख हरिहंत किराया भण्डार कोए 10.35 लाख भारत किराया भण्डार तथा 4.3 लाख सुरेश फ्रेब्रिकेटर्स का भुगतान किया गया है. इस कार्यक्रम में अनेक छोटे.मोटे कार्य का बोझ भी शासकीय विभागों पर डाला गया है. सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि ये एक बानगी है कि रमन सिंह ने अपनी ब्रांडिग करने में प्रदेश के खजाने का कैसे बेजा इस्तेमाल किया।