आखिर क्यों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावक बनने की ख्वाहिश रखते हैं ये तीन चेहरे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बनारस से लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को अपना नामांकन भरेंगे। प्रधानमंत्री के नामांकन को लेकर भाजपा की तैयारियां जोर-शोर से जारी है। पूरे बनारस को भगवा झंडे से सजाया जा रहा है। नामांकन से पहले प्रधानमंत्री बनारस में एक बड़ा रोड शो भी करेंगे।
रोड शो के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को ही बनारस पहुंच जाएंगे। ऐसे में जब बनारस से प्रधानमंत्री नरेन्द्र दोबारा चुनाव लड़ने जा रहे हैं तो नरेन्द्र मोदी का प्रस्तावक कौन होगा? इस पर सबकी निगाह लग गई है। बनारस के कई ऐसे लोग सामने आए हैं, जो प्रधानमंत्री का प्रस्तावक बनने क ख्वाहिश जता रहे हैं।
नासिर अब्बास- भारतरत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के पोते नासिर अब्बास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम के प्रस्तावक बनना चाह रहे हैं। नासिर कहते हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री को इसके लिए एक पत्र भी लिखा है और ऊपर वाले की मेहरबानी हुई तो प्रधानमंत्री उनको जरूर बुलाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी का प्रस्तावक क्यों बनना चाहते हैं? इस पर नासिर कहते हैं कि 2014 में खुद नरेन्द्र मोदी की तरफ से प्रस्तावक बनने का प्रस्ताव आया था लेकिन मिस्टेक के कारण हम प्रस्तावक नहीं हो पाए।
चूंकि 2014 में गलती के कारण नामांकन में नहीं शामिल हो पाए इसलिए इस बार नामांकन में रहना चाहते हैं। नासिर कहते हैं कि दादाजी को समझकर हमारे घर को मोदीजी ने इज्जत दी थी लेकिन हम अपनी गलती के चलते उसका सम्मान नहीं कर पाए तो इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काम से प्रभावित होकर उनके साथ चुनाव में खड़े रहेंगे।
अगर प्रियंका गांधी चुनाव मैदान में बनारस से आती हैं तो उनका रुख क्या होगा? इस पर नासिर कहते हैं कि हमारे दादाजी एक बार जिसको जुबां दे देते थे, उसके साथ खड़े रहते थे इसलिए वे अपने दादा की तरह मोदी के साथ ही रहेंगे।
नगमा परवीन-
उत्तरप्रदेश के बलिया के सिकंदरपुरा की रहने वाली नगमा परवीन भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नामांकन फॉर्म की प्रस्तावक बनना चाहती हैं। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री को एक पत्र भी लिखा। ट्रिपल तलाक कानून के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ कर चर्चा में आईं नगमा कहती हैं कि मोदीजी ने ट्रिपल तलाक को अवैध करने का कानून को बनाकर उनके जैसी लाखों महिलाओं को नई जिंदगी दी है इसलिए वे मोदी के साथ हैं। नगमा परवीन को ट्रिपल तलाक कानून बनाने व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की पेंटिंग बनाने पर ससुराल वालों ने काफी प्रताड़ित किया था, पर नगमा ने हार नहीं मानी थी।
स्वामी शिवानंद- 123 साल के स्वामी शिवानंद भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नामांकन के समय उपस्थित रहकर उनके प्रस्तावक बनना चाह रहे हैं। बनारस के दुर्गाकुंड इलाके में एक आश्रम में रहने वाली स्वामी शिवानंद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काम से प्रभावित होकर 2017 में पहली बार वोट डाला था। शिवानंद कहते हैं कि देश के विकास के लिए नरेन्द्र मोदी को वे फिर से प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं।
2014 में नरेन्द्र मोदी के ये थे प्रस्तावक- 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब बनारस से पहली बार चुनाव लड़ा था तब उनके प्रस्तावक ऐसे चेहरे बने थे जिनके सामाजिक और जातिगत मायने थे। शास्त्रीय गायक छन्नूलाल मिश्र, बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के संस्थापक मदनमोहन मालवीय के पौत्र गिरिधर मालवीय, नाविक भद्रा प्रसाद निषाद और बुनकर आशोक कुमार थे।