पूर्व मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की विदिशा से लोकसभा चुनाव लड़ने की मांग
लोकसभा चुनाव के लिए मध्यप्रदेश में तीन और सीटों पर भाजपा ने अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं। धार, रतलाम और खजुराहो से पार्टी ने जिन नामों का एलान किया है उसमें खजुराहो सीट से वीडी शर्मा का नाम चौंकाने वाला है।
तमाम अटकलों के बाद आई भाजपा की इस सूची में भी उसका गढ़ माने जाने वाली भोपाल, इंदौर और विदिशा लोकसभा सीट पर पार्टी का चेहरा कौन होगा ये साफ नहीं हो सका। इसके बाद इन तीनों सीटों पर उम्मीदवार कौन होगा इसको लेकर अटकलों का बाजार और गरम हो गया है। भोपाल से केंद्रीय मंत्री उमा भारती के चुनाव लड़ने की अटकलें चरम पर है तो विदिशा लोकसभा सीट से अटकलों के बाजार में एक चौंकाने वाला नाम आया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदिशा सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही है तो इन अटकलों के बीच बीजेपी सरकार में मंत्री रहे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राघवजी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विदिशा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के मांग की है।
राघव जी ने कहा कि वो चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदिशा सीट से चुनाव लड़े। राघव जी कहते हैं विदिशा सीट भाजपा के गढ़ के साथ ऐसी सीट रही है जहां पार्टी के संस्थापक अटल बिहारी वाजपेयी भी उनके आग्रह पर चुनाव लड़ चुके है इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी वो आग्रह करते हैं कि वो विदिशा से चुनाव लड़े।
राघवजी दावा करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल विदिशा से नामांकन भर दे। उसके बाद पार्टी के कार्यकर्ता लाखों वोटों से ऐतिहासिक जीत के साथ उनको संसद में भेजेंगे। राघव जी अटलजी के विदिशा सीट से चुनाव लड़ने की पूरी कहानी साझा करते हुए कहते हैं कि 1991 में लोकसभा चुनाव के समय विदिशा सीट से उनका नाम पार्टी ने घोषित कर दिया था, लेकिन उन्होंने खुद अटलजी को विदिशा से चुनाव लड़ने का आग्रह ठाकरे जी और पटवाजी से किया था।
उस वक्त अटलजी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से चुनाव लड़ रहे थे और पार्टी में उनके लिए एक और सीट की तलाश चल रही थी। इससे पहले 1989 के चुनाव में अटलजी ग्वालियर से चुनाव हार चुके थे। राघव जी कहते हैं कि उन्होंने पार्टी के संगठन मंत्री रामलाल,पार्टी के प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे और विदिशा से वर्तमान सांसद और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के सामने अपनी बात रख दी है।
राघवजी कहते हैं कि मोदी चुनाव नहीं लड़ते हैं तो पार्टी को स्थानीय नेता को ही टिकट देना चाहिए। राघवजी साफ कहते हैं स्थानीय नेता के अलावा बाहरी नेता के तौर पर केवल नरेंद्र मोदी का ही नाम मंजूर होगा।
मोदी के दूसरी सीट से लड़ने की संभावना- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी उत्तर प्रदेश के बनारस से सांसद है और इस बार भी अब तक केवल बनारस से ही चुनाव लड़ने का एलान किया है। 2014 में मोदी ने बनारस के साथ साथ गुजरात की वडोदरा सीट से भी चुनाव लड़ा था। बाद में उन्होंने वडोदरा सीट छोड़ दी थी। मोदी के बनारस से चुनाव लड़ने के बाद इस वक्त बनारस से ही प्रियंका गांधी के भी चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक प्रियंका बनारस से चुनाव लड़ने को तैयार हो गई है। ऐसे में अगर प्रियंका गांधी बनारस से चुनाव लड़ती है और सपा और बसपा का महा गठबंधन उनको अपना समर्थन देता है तो कांटे का मुकाबला हो सकता है।
ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बनारस के साथ किसी और सीट से भी चुनाव लड़ने की भी अटकलें लगाई जा रही है। इसमें एक मध्यप्रदेश की विदिशा लोकसभा सीट भी हो सकती है, जहां अब तक पार्टी ने अपने उम्मीदवार के नाम का एलान नहीं किया है।