सांसद मनोज तिवारी की आर्मी जैसी ड्रेस देख लोग कर रहे निंदा, ऐसी दी सफाई
प्रतिक्रियाओं पर जवाब देते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि जो लोग ऐसा सोच रहे हैं कि मैंने राजनीति करने या टशन दिखाने के लिए आर्मी की ड्रेस वाली टी-शर्ट पहनी थी, उन्हें मेरे बारे में कुछ नहीं पता.
सांसद मनोज तिवारी बीते शनिवार को युवा विजय संकल्प बाइक रैली में आर्मी ड्रेस जैसे कलर और डिजाइन वाली टी-शर्ट पहने दिखाई दिए थे. इस बात को लेकर सोशल मीडिया में लोगों ने सवाल खड़े किए हैं. लोगों का कहना था कि आर्मी की वर्दी कोई आम ड्रेस नहीं है. इसे मेहनत और जज्बे से कमाना पड़ता है. ऐसी प्रतिक्रियाओं पर जवाब देते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि जो लोग ऐसा सोच रहे हैं कि मैंने राजनीति करने या टशन दिखाने के लिए आर्मी की ड्रेस वाली टी-शर्ट पहनी थी, उन्हें मेरे बारे में कुछ नहीं पता.
मनोज तिवारी ने बताया कि आर्मी के प्रति उनके मन में बहुत सम्मान है. वह भी आर्मी में जाने की इच्छा रखते थे. उन्होंने एनसीसी भी ज्वाइन की थी. वह एनसीसी सी-सर्टिफिकेट होल्डर हैं. उन्होंने कई बार टेस्ट दिए और दौड़ लगाई लेकिन उनका चयन नहीं हुआ. हालांकि इन सबके बावजूद भी उनके जज्बे में कमी नहीं आई है. इसलिए वह अकसर ऐसी टी-शर्ट या शर्ट पहनते रहते हैं.
तिवारी ने बताया कि उनके पास ऐसी 5-6 टी-शर्ट और शर्ट हैं. उनका कहना था कि एनसीसी देश में चौथी सेना की तरह काम करती है. इस नाते उनका इस तरह की शर्ट पहनने का थोड़ा अधिकार तो बनता ही है. तिवारी ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे से छुड़ाकर लाए गए वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन का अभिनंदन करने और उनके प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त करने के मकसद से भी उन्होंने वह टी-शर्ट पहनी थी और इसमें कोई गलत बात नहीं है.
इस बीच दिल्ली प्रदेश महिला मोर्चे की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी तिवारी के आर्मी टी-शर्ट पहने जाने को शर्मनाक बताया है. उन्होंवे कहा-इस वर्दी की शान और सम्मान के खातिर सैनिक अपनी जान तक कुर्बान कर देता है, मगर बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने अपने राजनीतिक स्टंट के चक्कर में उसका तमाशा बनाकर रख दिया. वहीं तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने भी मनोज तिवारी की आलोचना करते हुए कहा कि यह तिवारी का शर्मनाक कृत्य है.