बैकुण्ठपुर मुख्यालय में निर्वाचन 2025 का महौल गरमा-गरमी के आधार पर चुनाव हुआ। जिसमें जानकार सूत्र बताते है कि, सभी अधिकारी एक सुर व एक ही धुन में चले। लोगों में चर्चा है कि, सत्ता का पुरा उपयोग किया गया। यहां तक कि, पूर्व कांग्रेसियों के पास खाने तक का ठीकाना नहीं था आज वही कांग्रेस सत्ता के लोग लगभग दो-दो मंजिल मकान तैयार कर लिये है। इनमें ऐसे भी लोग है जो कि वार्ड का चुनाव नहीं जीत पाये, पर पैसा कमाने में माहिर है जिसकी सत्ता उसी के साथ हो जाते है।
लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि, पूरे चुनाव में पैसा, शराब जमकर बटा है। जो कि लोगों में भी चर्चा बनी हुई है कि, प्रशासन ने भी इनका पूरा सहयोग दिया है। और कांग्रेस ही कांग्रेस को हराने में लगे रहे। एक अपने को कांग्रेसी बताने वाला, जिसका नाम है लालदास महंत। उसके द्वारा एक आॅनलाईन कार्य करने वाले के दुकान में कहा गया कि, सभी कांग्रेसियों को निपटाने के बाद अब सीट कांग्रेस की क्लियर हो गयी है, जो कि अपने को प्रतिपक्ष कांग्रेस नेता को अपना चाचा-चाची बताता है। यह बात करते हुए उस दुकान वाले के आलावा वहां खड़े हुए लोगों ने भी सुना। जबकि स्वयं नगर पालिका का चुनाव लड़ा था। लेकिन स्वयं ही चुनाव नहीं जीत पाया। लोगों का कहना है कि, महंत जी ने उस चुनाव को जीतने के लिए लगभग 3 लाख रूपये दिया था। फिर भी जीत न सका। और वही अपने को बहुत बड़ा पत्रकार भी बताता है।
अब बड़ी विडम्बना की बात है कि, गुरू गुड़ रह गया और चेला शक्कर बन गया। जो कि, विधानसभा स्तर का नेता जिनका नाम श्री वेदांति तिवारी जी है जो कि एक प्रतिष्ठित एवं सम्मानीय कहलाने वाले व्यक्ति को एक जिला पंचायत का चुनाव में मोहित पैकरा ने हराया। इससे देखते हुए राष्ट्रीय कांग्रेस व जिलाध्यक्ष को अपने पद का त्याग कर देना चाहिए। जानकार सूत्र बताते है कि, अध्यक्ष जब अपना नगरपालिका पारिषद नहीं जीत सकते तो दूसरे को क्या जीतायेंगे ? अध्यक्ष पद एक सम्मानीय पद होता है। जो कि अपने पद का अपने ही पार्टी में उसका असर नहीं दिखा पाये। अब सोचने वाली बात है कि, जो विधानसभा आगामी चुनाव के लिए सभी दावेदार हार चुके है तो अब आगे दावेदारी कौन पेश करता है ? जैसे- पूर्व में पूर्व के विधायक भी चुनाव हार चुके है, कुछ कांग्रेस ऐसे भी है जो कि नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव भी हार चुके है और पंचायतों के चुनाव भी हार चुके है अब कांग्रेस में ऐसा कद्दावर नेता कौन है जो कि आगे का दावेदारी पेश करेगा ?