कोरिया/एमसीबी : झरनापारा के धान खरीदी केन्द्र में वसूली का मामला सामने आया है, जिसमें सोनू साहू की भूमिका संदेहास्पद है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिला कोरिया एवं जिला एमसीबी में किसके दबाव पर अवैध तरीके से धान खरीदी की जा रही है ? वहीं लोगों में चर्चाऐं है कि, जो व्यक्ति पूर्व में पूर्व विधायक के साथ जुड़ा हुआ था और अब वर्तमान विधायक के साथ अपना प्रभाव बनाए हुए है, यह कौन सी राजनितिक है ? यह तो ‘‘जहां बम, वहां हम’’ वाली निति कहलाती है। यही लोग एमसीबी और कोरिया जिले के धान खरीदी केन्द्रों में अपना प्रभाव बनाये हुए है। यह किसके दबाव में फल-फूल रहे है ? बताया जाता है कि, इन लोगों के द्वारा कुछ लोगों को प्रताड़ित भी किया जा रहा है। जो कि राजनिति किसी को प्रताड़ित करने के लिए नहीं होती है।
जानकार सूत्र बताते है कि, इन धान खरीदी केन्द्रों में लगभग 41 किलो 800 ग्राम धान खरीदी किया जा रहा है। वही जहां नये बोरे का उपयोग किया जाना चाहिए था वहां पुराने बोरे से ही ले लिया जा रहा है। साथ ही जानकार सूत्र बताते है कि, एक धान खरीदी केन्द्र में लगभग एक-एक बोरे के हिसाब से लगभग 15-20 रू. लिया जा रहा है। यह किसके इशारे पर हो रहा है ?
आप धान खरीदी केन्द्र में जाईये कभी भी धान खरीदी प्रबंधक अपने क्षेत्र में नहीं मिलेगें। लोगों में चर्चा है कि, जुगाड़ या अधिकारी से तालमेन के कारण 31 जनवरी 2025 से पहले सभी हेरा-फेरी कर रहे है। जानकार सूत्र बताते है कि, सभी अधिकारी अपना-अपना हिसाब-किताब करने में लगे हुए है जिस अधिकारी का जितना शेयर होगा, वह प्रबंधक से लेगा। मिली जानकारी के अनुसार, प्रबंधक के द्वारा लगभग 25-50 लाख तक का बचत अनुमान लगाया जाता है। यह तो एक दिखावा है कि, अधिकारी धान खरीदी केन्द्रों में जांच कर रहे है। पर वह तो शेयर के लिए जाते है। यह लोगों के समझ से परे है।