जिला मुख्यालय एमसीबी में पुलिसकर्मी जगह-जगह आम जनता को रोककर अवैध वसूली कर रहे हैं। देखा गया है कि, मेन रोड पर पुलिसकर्मी ट्रक और चार चक्का वाहनों से अवैध वसूली कर रहे हैं, लेकिन रसीद नहीं दे रहे हैं और इसके पीछे बहाना बना रहे हैं कि यह न्यायालय के आदेश के अनुसार किया जा रहा है।
लोगों में चर्चाऐं है कि, पुलिस विभाग का दबाव और आचार संहिता का बहाना बनाकर पुलिस वाले आम जनता से अवैध वसूली कर रहे हैं। यह आचार संहिता के नियमों का उल्लंघन है, जो चुनाव के समय निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं । ना कि लोगों को परेशान करके पैसा वसूलने के लिए।
जानकार सूत्र बताते है कि, कठौतिया के नजदीक एक ग्रामीण व्यक्ति के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा अवैध वसूली का मामला सामने आया है। जहां ग्रामीण ने बताया कि, पुलिसकर्मियों ने उसे धमकी दी कि अगर वह 2000 रुपये नहीं देता है, तो उसे गांजा और शराब सप्लाई के आरोप में फंसा दिया जाएगा। भयभीत ग्रामीण ने पुलिसकर्मी को 2000 रुपये दे दिए। अब देखना यह है कि, पुलिस विभाग और प्रशासन इस मामले में कार्रवाई करेगा या नहीं ? सबसे बड़ा सवाल यह है कि, कौन सा पुलिसकर्मी था जिसने कौन से ग्रामीण के साथ ठगी की और उसके खिलाफ कार्रवाई कब तक होगी?