पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर हुए जानलेवा हमले का वीडियो सामने आया है। सुखबीर बादल पर अमृतसर में फायरिंग हुई है लेकिन वह इस हमले में बाल-बाल बच गए। वीडियो में दिख रहा है कि एक शख्स रिवॉल्वर निकालकर सुखबीर सिंह बादल पर फायरिंग करने की कोशिश करता है। हालांकि, वहां खड़े शख्स उसे रोक देते हैं। यह हमला तब हुआ, जब सुखबीर सिंह बादल सहित शिरोमणि अकाली दल के नेता 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा उनके लिए घोषित धार्मिक दंड के तहत ‘सेवा’ कर रहे थे।
बेल्ट नंबर 1342… ये बेल्ट नंबर उस पुलिस अधिकारी का है, जिन्होंने गोल्डन टेंपल में पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की जान बचाई। बुधवार को पंजाब के अमृतसर में श्री हरमंदिर साहिब (गोल्डन टेंपल) में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल पर फायरिंग की घटना से हर कोई स्तब्ध है। हालांकि सिविल ड्रेस में तैनात सुखबीर बादल के सुरक्षा कर्मी एएसआई जसबीर सिंह ने मुस्तैदी दिखाते हुए हमलावर को पकड़ लिया। हमलावर ने गोली चला दी थी, लेकिन एएसआई जसबीर सिंह ने उसका हाथ पकड़ लिया, जिससे गोली हवा में निकल गई और गोली दूसरी तरफ दीवार पर लगी।
असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआई) जसबीर सिंह ने इस घटना के बारे में बताया कि उनकी ड्यूटी सुखबीर बादल के साथ लगी है। एएसआई जसबीर सिंह अमृतसर सिटी पुलिस थाना में तैनात हैं। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने उन्हें पहले ही बताया था कि यहां कुछ भी अनहोनी घटना हो सकती है। इसको लेकर हम सिविल ड्रेस में पूरी तरह मुस्तैद थे। बुधवार को जसबीर सिंह शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल के साथ तैनात थे।
पुलिस ने आरोपी को कस्टडी में ले लिया है। उसके पास से पिस्तौल भी बरामद कर ली गई है। आरोपी का नाम नारायण सिंह बताया जा रहा है और वह कट्टरपंथी विचारधारा का है।
दुर्भाग्यपूर्ण घटना टल गई- स्पीकर संधवां
पंजाब के विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि गुरु की शरण में आने वाला हर प्रकार का व्यक्ति गुरु के घर में गुरु को रक्षक समझ कर आता है। गुरु का सम्मान और भय बहुत जरूरी है। पंजाब पुलिस के कर्मचारी बधाई के पात्र हैं, जिनकी तत्परता से श्री दरबार साहिब में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना टल गई।
कौन है सुखबीर बादल का हमलावर?
- हमलावर का नाम नारायण सिंह चौरा है
- खालिस्तान का समर्थक है नारायण सिंह
- आतंकी संगठन बब्बर खालसा से जुड़़ा
- चंडीगढ़ जेल ब्रेक कांड का भी आरोपी
- जेल ब्रेक में 2 साल की सजा हो चुकी है
- हथियारों की तस्करी में भी आया है नाम