कोरिया : प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बिलासपुर एवं सरगुजा सम्भाग में करमा महोत्सव आयोजित करने की घोषणा विगत दिनों किए थे। इस तारतम्य राज्य शासन ने करमा महोत्सव के सम्बंध विस्तृत रूपरेखा भी जारी की है। राज्य शासन के निर्देश पर सरगुजा संभाग में करमा महोत्सव के आयोजन के सम्बंध में संभागायुक्त श्री जी.आर. चुरेन्द्र ने जिला कलेक्टरेट अम्बिकापुर के एनआईसी कक्ष से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से सम्भाग के सभी जिलों के कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारियों की बैठक ली।
बैठक में उन्होंने कहा कि राज्य की जनजातीय संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से करमा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि महोत्सव का आयोजन ग्राम पंचायत, विकासखण्ड, जिला तथा राज्य स्तर पर किया जाना है। ग्राम एवं विकासखण्ड स्तर के आयोजन सम्बन्धित जिले में किए जाएंगे, वहीं जिला एवं राज्य स्तर का आयोजन सरगुजा जिले के अम्बिकापुर में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्राम एवं विकासखण्ड स्तर के आयोजन के लिए सभी जिले अभी से तैयारी शुरू कर लें। आयोजन के दौरान उत्सव का माहौल हो, सभी आयु वर्ग के लोगों को इसमें शामिल करें। उन्होंने इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवी, समाज प्रमुखों व विशिष्ट नागरिकों को आमंत्रित कर कार्यक्रम को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि सभी स्तरों में निर्णायक समिति बना ली जाए। बैठक में आयुक्त श्री चुरेन्द्र ने कहा कि जिला एवं राज्य स्तर का आयोजन सरगुजा जिले के अम्बिकापुर में किया जाएगा। विकासखण्ड स्तर के चयनित प्रतिभागी जिला स्तर में अपनी प्रस्तुति देंगे, जिसके बाद जिला स्तर के चयनित प्रतिभागी राज्य स्तर में हिस्सा लेंगे। उन्होंने सभी जिले के कलेक्टर को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रतिभागियों के आवागमन सहित अन्य व्यवस्थाओं की तैयारी पूर्व में सुनिश्चित कर लें।
इसी कड़ी में आज कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने चार चरणों मे होने वाले करमा महोत्सव के सम्बंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी सहित बैकुंठपुर के एसडीएम श्रीमती दीपिका नेताम, सोनहत एसडीएम श्री राकेश कुमार साहू एवं सहायक आयुक्त श्रीमती उषा लकड़ा सहित जिला शिक्षा अधिकारी, उप संचालक जिला पंचायत, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, विकासखंड शिक्षा अधिकारियों एवं मंडल संयोजको की उपस्थिति में करमा महोत्सव के आयोजन ग्राम स्तर, विकासखण्ड स्तर से लेकर जिला स्तर तक सफलता पूर्वक कराने के सम्बंध महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए हैं। इन अधिकारियों को अलग-अलग कार्यों के लिए जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।
आदि संस्कृति व लोक पर्व की महत्ता को आम लोगों तक पहुंचाने के जिला प्रशासन प्रतिबद्ध
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने सम्बंधित अधिकारियों से कहा है कि जिले व राज्यस्तर तक करमा नर्तक दलों को पहुंचाने के लिए इन दलों को बेहतर प्रस्तुति करने के बारे में प्रोत्साहित करें, ताकि इस लोक नृत्य करमा के माध्यम से जिले पुरस्कृत हो, इन दलों को सम्मान मिले और इस जिले की करमा नृत्य की पहचान राज्य स्तर पर सराहा जा सके। कलेक्टर ने इस बात पर भी विशेष बल दिया कि मुख्यमंत्री के मंशानुरूप ग्राम व विकासखण्ड में करमा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा, आदिवासी संस्कृति व लोक पर्व की महत्ता को आम लोगों तक पहुंचाने के जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है।
जिला व राज्यस्तर का आयोजन अम्बिकापुर में
बता दें सरगुजा संभाग के 7 जिलों में यह आयोजन चार चरणों में संपन्न होगा। कोरिया जिले में 17 अक्टूबर को ग्राम पंचायत स्तर पर, 21-22 अक्टूबर को विकासखंड स्तर पर, 25 व 26 अक्टूबर 2024 को जिला एवं राज्यस्तर पर यह आयोजन अम्बिकापुर में किया जाएगा। ग्राम पंचायत स्तर पर निर्णायक समिति में प्रधान पाठक अथवा स्थानीय स्कूल के सहायक शिक्षक अध्यक्ष होंगे, विकासखण्ड स्तर पर प्राचार्य, स्थानीय हायर सेकेंडरी स्कूल अध्यक्ष होंगे, जिला व राज्यस्तर पर सहायक संचालक आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, मुख्यालय रायपुर अध्यक्ष होंगे।
एक लाख रुपए तक पुरस्कार
राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली टीम को 1 लाख रुपए, द्वितीय स्थान को 51 हजार रुपए और तृतीय स्थान को 31 हजार रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा, जबकि अन्य प्रतिभागी टीमों को सांत्वना पुरस्कार स्वरूप 5,100 रुपए दिए जाएंगे।