छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का समय आ रहा है तो कुछ धान खरीदी केन्द्र के प्रमुख अपना दबदबा बनाये हुए है। जानकार सूत्र बताते है कि, धान खरीदी केन्द्र के प्रमुख अपने ही समाज वालों को सोसायटियों में सेटलमेंट करने में लगे हुए है। चर्चा का विषय है कि, धान खरीदी केन्द्र में धान खरीदने के लिए उसी को नियुक्त किया जायेगा, जो लगभग एक लाख रूपए धान खरीदी केन्द्र से निकाल कर नियुक्ति करने वाले को देगा। सोचने वाली बात है कि, इसी प्रकार हर जिले व हर ब्लाॅक से एक लाख रूपए देने के नाम से नियुक्ति की जायेगी तो नियुक्ति करने वाला करोड़ो में खेलेगा।
जानकार सूत्र बताते है कि, सोसायटी समिति में कुछ लोगों ने अपना दबादबा बनाये हुए है। वह अपने आगे किसी को नहीं समझते, जिसकी सरकार है उसी से चिपक जाते है। लोगों में चर्चाऐं है कि, कुछ कांग्रेसी भी अपनी चाल बदल दिये है। उनका विचार है कि, जहां अपने को लाभ मिलता है उसी के साथ जुड़ जाना चाहिए। जानकार सूत्र बताते है कि, कुछ कांग्रसियों को राजनितिक विचारधाराओं से शिकार/प्रताड़ित किया जा रहा है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि, राजनितिक दबाव में झूठे मामले दर्ज कराये जा रहे है। साथ ही पुलिस विभाग भी इनके दबाव में चल रहे है। चर्चा का विषय बना हुआ है कि, धान खरीदी के समय कुछ सोशल मीडिया एवं चटोकार विधायकों के सामने चापलूसी करते नजर आयेंगे।