जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में चर्चाओं का विषय बना हुआ है कि, आदमी पैसे के पीछे कितना गिरते जा रहा है। जानकार सूत्र बताते है कि, नीचे दुकान है और ऊपर अय्याशी का अड्डा बना हुआ है। क्या पुलिस प्रशासन इस छोटे से जिले में इस करिश्मा को जानबूझकर अंजाम दे रहा है या अनदेखा कर रहा है ?
जानकार सूत्र बताते है कि, या तो पुलिस के देख-रेख में यह सभी कारनामे हो रहे है या पुलिस अंजान बनी हुई है। अब देखना है कि, पुलिस विभाग इस ओर कितना आकर्षित होती है।