कोरिया, 27 सितंबर 2024/गरीबी और संघर्ष से जूझते हुए अपनी मेहनत और लगन से नई पहचान बनाने वाली 50 लखपति दीदियों का सम्मान समारोह, जिले में आयोजित मेगा बैंक लिंकेज एवं क्रेडिट कैंप में हुआ। ये महिलाएं, जो कभी रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रही थीं, आज समाज के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।
ग्राम कटोरा की लखपति दीदी श्रीमती संतोषी ने जब मंच से अपनी कहानी सुनाई तो हर कोई प्रेरित हुआ। उन्होंने मिट्टी की मूर्तियां बनाकर अपने परिवार की गरीबी को दूर किया। एनआरएलएम (बिहान) योजना से मिले एक लाख रुपये के ऋण से शुरू किया गया यह काम आज उनके परिवार की सालाना आय का मुख्य स्रोत है। संतोषी कहती हैं, यह सिर्फ पैसे का सवाल नहीं था, यह मेरी पहचान बनाने की यात्रा थी।
सोनहत की शकुंतला दीदी ने भी अपनी संघर्ष यात्रा साझा की। उन्होंने सब्जी उत्पादन और मिनी राइस मिल का काम शुरू किया और आज एक सफल उद्यमी हैं। पहले मैं सोचती थी कि हम जैसे लोग सिर्फ जीने के लिए काम करते हैं, लेकिन अब मुझे लगता है कि हम अपने सपनों को भी जी सकते हैं, शकुंतला ने कहा।
ग्राम पटना की नीलिमा दीदी ने भी बैंक से ऋण लेकर एलईडी बल्ब बनाने का काम शुरू किया। इसके साथ ही उन्होंने खेती में भी अपना हाथ आजमाया और आज वे आर्थिक रूप से मजबूत खड़ी हैं। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि एक दिन मेरे पास इतना होगा कि मैं दूसरों की मदद कर सकूं, नीलिमा ने गर्व से कहा।
इन महिलाओं की कहानियां केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता की नहीं हैं, बल्कि यह दिखाती हैं कि कैसे सही मार्गदर्शन, मेहनत, और हिम्मत से वे अपने और अपने परिवारों की जिंदगी संवार सकती हैं। इन लखपति दीदियों ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद दिए तो कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी और जिला पंचायत के मार्गदर्शन के प्रति आभार व्यक्त किया।