चुनाव आयोग का दावा, झूठा है ईवीएम हैक करने का दावा, उठाया यह सख्त कदम
चुनाव आयोग ने ब्रिटेन में एक हैकर द्वारा ईवीएम हैक किए जाने के दावे के मामले में दिल्ली पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है। आयोग ने दिल्ली के पुलिस उपायुक्त को लिखे पत्र में भारतीय दंड संहिता की धारा 505(ए) (बी) के तहत यह मामला दर्ज करके इसकी तत्काल जांच शुरू करने का निर्देश दिया है।
आयोग ने पत्र में लिखा है कि मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को लंदन में सैयद शूजा नामक व्यक्ति ने यह दावा किया कि ईवीएम डिजाइन करने वाली टीम का वह हिस्सा रहा है और वह चुनाव में ईवीएम को हैक कर सकता है।
आयोग ने कहा है कि शूजा का यह दावा भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (ए) (बी) का उल्लंघन है। इस धारा के तहत अगर कोई व्यक्ति कोई ऐसा बयान देता है या अफवाह फैलाता है, जिससे समाज में भय और घबराहट का माहौल बनता है तो उसके खिलाफ सामाजिक शांति भंग करने या राज्य के खिलाफ अपराध करने का मामला दर्ज किया जा सकता है।
आयोग ने इसी आधार पर दिल्ली पुलिस को शूजा के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा है और आयोग को इस मामले में की गई कार्रवाई की जानकारी देने को कहा है।
पत्र में कहा गया है कि आयोग लोकसभा और विधानसभा चुनाव ईवीएम के माध्यम से कराता है जिसका निर्माण भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने किया है। इन मशीनों में सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था है और इन मशीनों के लिए चुनाव आयोग की विश्व में तारीफ भी हुई है।
उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों ने भी अपने कई फैसलों में ईवीएम के इस्तेमाल को जायज ठहराया है। तीन जून 2017 को जब आयोग ने ईवीएम को हैक करने की चुनौती राजनीतिक दलों को दी तो कोई दल सामने नहीं आया।
पूरे मामले में बीजेपी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। पार्टी का कहना है कि सिब्बल लंदन में पार्टी की ओर से ‘ईवीएम हैकिंग’ की मॉनिटरिंग करने गए थे।
हालांकि, कपिल सिब्बल ने बीजेपी के इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। कांग्रेस नेता ने मंगलवार को न्यूज एजेंसी ANI के जरिये खुद पर लगे आरोपों पर सफाई दी। सिब्बल ने कहा कि मैं निजी तौर पर उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद था। प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने वाले आशीष रे ने मुझे खुद आमंत्रित किया था।