छतरपुर : छतरपुर पथराव मामले में आरोपी हाजी शहजाद अली के ऊपर कार्रवाई हुई है। उसके महल को सरकार ने मिट्टी में मिला दिया। 7 साल में 10 करोड़ से अधिक की लागत में बनाई हवेली खंडहर बन गई। अब इस हवेली की सजावट को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। शहजाद की जिस हवेली को जमींदोज किया है। उसकी कीमत जमीन सहित कीमत लगभग 10 करोड़ बताई जा रही है। साथ ही साजो सज्जा के लिए करोड़ों के लग्जरी समान विदेशों से मंगवाए जाते थे।
हवेली के आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि हाजी शहजाद अली का दुबई एवं अरब देशों में आना जाना लगा रहता था। वहीं, से शहजाद अपनी हवेली मे सजाने के लिए एंटिक सामान लाता था। जानकारी के अनुसार हाजी शहजाद अली की हवेली पिछले 7 सालों से बन रही थी। साथ ही अभी भी उसमें काम चल रहा था। बताया जा रहा है कि इस हवेली का फाउंडेशन लगभग 20 हजार स्क्वायर फीट में था। इसका नक्शा भी बाहर से डिजाइन किया गया था। घर में लगे झूमर और कई कीमती मूर्तियां अरब और दुबई से लाई गई थी। घर में बेहतरीन किस्म की संगमरमर लगाई गई थी। हवेली में बेहद मजबूत पिलर लगाए गए थे। यही वजह रही कि इस हवेली को जमींदोज करने लगभग 6 घंटे का समय और तीन जेसीबी लगी।
शहजाद अली की इस हवेली की चर्चा पूरे जिले में थी। बताया जाता है कि इस हवेली में कई सीक्रेट दरवाजे और कैमरे भी बनाए गए थे। लेकिन अफसोस की बात यह है कि जब प्रशासन का बुलडोजर चला तो कुछ भी काम नहीं आया, हालांकि शहजाद अली ने सोशल मीडिया पर अपना वीडियो वायरल करते हुए अपनी सफाई जरूर दी है लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी फिलहाल शहजाद अली कोतवाली थाने में हुए पत्थर बाजी के मामले में मुख्य आरोपी है और उसकी तलाश की जा रही है।