बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले मानविकी विज्ञान और वाणिज्य के छात्र केंद्रीय क्षेत्रीय छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें विभागीय वेबसाइट और एप्लीकेशन के माध्यम से कर सकते हैं। आवेदक के आवेदन का मूल्यांकन माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा किया जाएगा।
आवेदन शुरू: जिले में 80 % से ज्यादा अंक पाने वाले 300 से ज्यादा स्टूडेंट
जिनका चयन उन्हें कुल 30 हजार मिलेगा
जिन छात्रों का चयन इस योजना के लिए होगा उन्हें तीन साल तक प्रति वर्ष दस-दस हजार रुपए मिलेंगे। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ का कोटा 1387 स्टूडेंट्स का है। शिक्षा विभाग के अफसरों का कहना है कि इस योजना में चयन होने वाले स्टूडेंट्स ना सिर्फ ग्रेजुएशन में इसका लाभ ले सकते हैं, बल्कि पीजी के लिए भी वे स्कॉलरशिप ले सकते हैं। फेल हो चुके या फिर पढ़ाई छोड़ चुके छात्रों को इसका लाभ नहीं मिलेगा।
80% या इससे ज्यादा अंक लाने वाले ही पात्र
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने केंद्रीय क्षेत्रीय छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की है। जिसके बारे में ज्यादातर स्टूडेंट को मालूम नहीं है। साइंस, कॉमर्स व आर्ट्स तीनों संकाय के स्टूडेंट्स इसका लाभ ले सकते हैं। राज्य में इस स्कॉलरशिप के तहत कुल 1387 सीटें हैं। इसमें साइंस संकाय के लिए ज्यादा सीटें हैं। योजना के तहत वे स्टूडेंट पात्र होंगे जिन्हें बारहवीं में 80 प्रतिशत अंक मिला हो। ग्रेजुएशन में तीन साल तक 10-10 हजार रुपए मिलेंगे। इसके लिए छात्रों को हर साल नवीनीकरण कराना जरूरी है।
चयन के बाद आगे लाभ के लिए 50% अंक जरूरी
योजना तहत जिन स्टूडेंट्स का चयन होगा उन्हें हर साल योजना का लाभ तब मिलेगा जब कॉलेज में फर्स्ट ईयर में पास हो। इसके साथ ही उन्हें 50 प्रतिशत अंक भी प्राप्त करना होगा। एक भी विषय में फेल होने पर उनकी पात्रता खत्म हो जाएगी। सब कुछ ठीक रहने पर छात्र पीजी की पढ़ाई के लिए भी स्कॉलरशिप प्राप्त कर सकते हैं। उन्हें दो साल तक 20-20 हजार रुपए मिलेंगे। साइंस, कामर्स व आर्ट्स तीनों संकाय के स्टूडेंट्स को किसी विषय में भी फेल हुए तो स्कॉलरशिप नहीं मिलेगी।
योजना के तहत ये आएंगे पात्रता की श्रेणी में
बारहवीं में न्यूनतम 80 प्रतिशत अंक।
परिवार की वार्षिक आय 6 लाख रुपए से कम।
नवीनीकरण में स्नातक में प्रति वर्ष 50 प्रतिशत अंक।
नियमित छात्र के तौर पर कॉलेजों में अध्ययन।
मेरिट आधार पर तय होता है किसे मिलेगी स्कॉलरशिप
स्थानीय अफसरों का कहना है कि मेरिट आधार पर माध्यमिक शिक्षा मंडल से तय किया जाता है कि किस स्टूडेंट को स्कॉलरशिप मिलेगी। योजना का लाभ लेने के लिए छात्रों की दिलचस्पी कुछ सालों में बढ़ी है। पिछले वर्षों में जितनी सीटें थी उसके अनुसार भी आवेदन नहीं मिलते थे।
जिले में 300 स्टूडेंट के 80 प्रतिशत से ज्यादा अंक
डीईओ आरएल ठाकुर ने बताया कि जिले में 80 प्रतिशत या इससे ज्यादा अंक पाने वाले स्टूडेंट की संख्या 300 से ज्यादा है। इसके लिए कौन पात्र हैं, किसका चयन किया है, यह सब माध्यमिक शिक्षा मंडल तय करता है। वहीं से संबंधित स्टूडेंट को सूचना भेज दी जाती है।