अम्बिकापुर : बलरामपुर-रामानुजगंज के ग्राम भनौरा स्थित शासकीय गोचर मद की भूमि का फर्जी सेटलमेंट लगाकर घोटाला किया गया है, इसमें अधिकारियों की भी मिलीभगत सामने आई है। गोचर भूमि खसरा नंबर 93 रकबा 143.23 एकड़ को फर्जी सेटलमेंट लगाकर कराया गया विक्रय पत्र आयुक्त सरगुजा संभाग ने दिया था जांच का आदेश कलेक्टर के जांच में शिकायत प्रमाणित जांच में यह लिखा गया की राजस्व रिकार्ड का दुरुपयोग कर क्रय विक्रय किया गया।
उक्त जमीन की कीमत 331 करोड़ रुपए है। कमिश्नर ने मामले की जांच के आदेश कलेक्टर बलरामपुर को दिए थे। जांच में पाया गया कि फर्जी सेटलमेंट का दस्तावेज लगाकर कई भू-बिचौलियों ने अधिकारियों से मिलीभगत कर जमीन बेच दी है।
भू माफियाओं के द्वारा अलग-अलग व्यक्तियों के नाम से फर्जी सेटलमेंट लगाकर बिना सक्षम अधिकारी के अनुमति लिए बगैर अनेकों व्यक्तियों को भूमि विक्रय करने के संबंध में जांच कराकर भूमि को शासन के पक्ष में दर्ज कराते हुए फर्जी दस्तावेज तैयार कराने वाले संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज कराए जाने के संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा दिनांक 12//6/ 2023 को एक शिकायत आवेदन आयुक्त सरगुजा संभाग अंबिकापुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया था।
जिसमें यह उल्लेख किया गया था कि बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत भनौरा की गोचर भूमि जिसका पुराना खसरा नंबर 93 रकबा 143. 23 एकड़ भूमि है जो साजन आ. बंसी जाती अगरिया, दीपक राम आ. बंसी जाती अगरिया, बाबूलाल आ.राम देनी जाति भुइयां , रामलाल आ. रामदेनी जाति भुइयां, पचाठ आ.लालदेव जाति भुइयां, जक्लू आ. लालदेव जाति भुईयां, पवन आ. तेजन जाति भुईयां एवं रामविलास आ. रामजतन जाति भुइयां सभी निवासी ग्राम भनौरा तहसील बलरामपुर जिला बलरामपुर के पूर्वजों के नाम पर था।
आयुक्त के निर्देश पर कलेक्टर बलरामपुर द्वारा जांच के लिए टीम गठित की गई थी। टीम ने जांच के बाद प्रतिवेदन कलेक्टर बलरामपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इसमें यह उल्लेख किया गया की गोचर भूमि का गलत तरीके से फर्जी सेटलमेंट लगाकर क्रय-विक्रय किया गया है। भूमि में काफी प्रभावशाली व्यक्तियों ठेकेदार, नेता व अधिकारियों का मकान बना हुआ है। उक्त जांच रिपोर्ट अब कलेक्टर द्वारा संभागायुक्त को सौंपा जाएगा।