बैकुण्ठपुर मुख्यालय में बिजली की कोई समय-सीमा नहीं है। देखा जा सकता है कि, दिन और रात में चार-पांच बार बिजली काट दी जाती है जबकि गर्मी का तापमान बढ़ी हुई है। आम जनता गर्मी से व्याकुल हो रहे है और बिजली का बिल आसमान छू रहा है। जिसके यहां दो बल्ब पांच वाट का और एक पंखा है उनके घर में बिजली का बिल लगभग तीन हजार रूपये आता है। वहीं जिसके घर में आठ एसी चल रहे हो फिर भी बिजली का बिल 150 रूपये आता है ऐसा क्यों ? बताया जाता है कि, लाईन मेन पर रिडिंगकर्ता की कृपा है।
वहीं पूर्व में देखा जाए तो लाईन मेन मार्गदर्शन रोड पर तीन मंजिल मकान बनाए हुए है और कहचरी रोड में भी तीन मंजिल मकान बना हुआ है। जानकार सूत्र बताते है कि, लाईन मेन लोग सभी से महीनादारी बांट लेते है और कुछ लोग को ये उल-जलूल फंसाते है।
बताया जाता है कि, बिजली विभाग में कोई किसी की सुनने वाला नहीं है। जिसको जो मिल रहा है वह वैसा ही लूट रहा है। सीधी-साधी जनता का हनन हो रहा है। क्यों प्रशासन और सरकार बोलने के वक्त मौन धारण करके बैठे हुए है ? कुछ नेतागणों के यहां तो बिजली विभाग के कर्मचारी बिजली का बिल तक नहीं भेजते है क्योंकि दर बैठे है। अब करें तो क्या करें ? आमजनता के लोगों को ही तो झेलना है जो बोल नहीं सकते। वहीं बिजली विभाग के कर्मचारियों के तो बले-बले है।