कोरिया : सूर्य की तेवर और बदलते मौसम के बीच जिले में ग्रीष्म कालीन अवकाश का सही उपयोग विद्यार्थिओं को दिलाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।
स्कूल शिक्षा व खेल एवं युवा कल्याण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के विभिन्न स्कूलों व खेल मैदानों में विभिन्न खेलो के साथ विद्यार्थिओं के कलात्मक व मौलिक हुनर को निखारे की दिशा में कारगर साबित हो रहा है। महाजन स्टेडियम चरचा कॉलरी, कचनपुर में फुटबॉल, सरडी मैदान में बॉलीबॉल, इंडोर स्टेडियम बैकुण्ठपुर में बैडमिंटन, पटना में कब्बडी व कुड़ेली में खो-खो जैसे आधुनिक व पराम्परागत खेलों का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है, तो दूसरी ओर चित्रकारी, गायन, वादन, निबंध, कहानी लेखन, हस्तलिपि लेखन, नृत्य जैसे प्रशिक्षण देकर विद्यार्थिओं को उनकी मौलिक प्रतिभाओं को निखारे का प्रयास किया जा रहा है।
ग्रीष्मकालीन अवकाश में विद्यार्थिओं को पढ़ाई-लिखाई के साथ खेल-कूद व उनकी अभिरूचि के अनुसार प्रशिक्षण देने से जहॉ इन नौनिहालों, युवाओं को स्वास्थ्य के प्रति चेतना व सामाजिक सरोकार से जुड़ने का भी अवसर प्राप्त हो रहा है। जिले के शासकीय विद्यालयों व उक्त मैदानों में सुबह 7.30 बजे से सुबह 9.30 तक आयोजन किया जा रहा है।
ऐसे आयोजनों का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थिओं के अभिरूचियों, हुनर व विभिन्न कलाओं के प्रति ललक पैदा करना है ताकि ग्रीष्मकालीन अवकाश का उपयोग सार्थक साबित हो सकें। प्रायः देखा जा रहा है कि टी.व्ही, मोबाइल व कम्प्यूटर के ईर्द-गिर्द समाहित रहने वाले ऐसे विद्याथिओं को खुली जगहों पर खेल-कूद व रूचि के अनुसार प्रशिक्षण मिलने सेे कलाओं के प्रति जिज्ञासा पैदा होगी और अपने रचनात्मक कार्यो के प्रति जुड़ाव भी होगा।
कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने जिले के विद्यार्थिओं से अपील करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में ऐसे खेल-कूद व सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग ले और अपनी ग्रीष्म कालीन अवकाश का सदुपयोग करें।