बैकुण्ठपुर जिला-कोरिया में एक भू-माफिया गु्रप तैयार हो गया है जिसमें बालमिकी पटवारी भी उसमें सम्मिलित है। जिसमें इस गु्रप में 2-3 लोग शासकीय कर्मचारी भी है। पटवारी का लड़का भी उस गु्रप शामिल है। जानकार सूत्र बताते है कि, गोविन्द विद्यालय के पास लगभग 5-7 एकड़ जमीन खरीदा गया है या फर्जीवाड़ा लिखवा लिया गया है। एक कहावत है ‘‘सईया हुए कोतवाल, अब डर काहे का’’। यह कहावत पटवारी के ऊपर साबित हो रही है। अभी-अभी एक माह के लगभग ड़ेढ एकड़ जमीन पूर्व मार्गदर्शन रोड पर खरीदा गया है उसमें पूरा गु्रप सम्मिलित है। और जमीन को खरीदते ही पटवारी के आशीर्वाद से तुरंत जमीन का संशोधन भी हो गया। सोचने वाली बात है कि, एक शासकीय कर्मचारी भी भू-माफिया के ग्रुप में आ जाए तो बचा क्या ? इन लोगों का गु्रप बहुत बड़ा है। यह दूसरों को मारने पीटने पर भी आमादा हो जाते है। वह ड़ेढ एकड़ जमीन नगर पालिका के अन्तर्गत आती है तो कॉलोनी बनना अनिवार्य है। जिसमें प्लाटिंग भी होगी। अब देखना यह है कि, नगर निवेश व राजस्व विभाग कितना इनको सहयोग करेगा। जानकार सूत्र बताते है कि, एक व्यक्ति कि पूर्व की जमीन को जो नक्शा बना हुआ है। उस नक्शे को भी पटवारी द्वारा छेड़-खानी कर दिया गया है। पटवारी जी की ऐसी तानाशाही कब तक चलती रहेगी ? ऐसा कौन सा नेता व कौन सा अधिकारी है जिसके देख-रेख में यह खेल-खेला जा रहा है ? सोचने वाली बात है कि, पटवारी साहब के पास में करोड़ो की सम्पत्ति कहां से आई और यह सम्पत्ति किसके नाम है ? यह जांच का विषय है। क्या विभाग को अवगत कराया गया है ? उस मकान में पैसा कर्जे से या काली कमाई से लगाया गया है। सोचने वाली बात है कि, किस अधिकारी की इसमें पार्टनशिप जुड़ी हुई है। यह चर्चा का विषय है कि, इस समाचार को लेकर आम जनता की विचारधाराऐं है।
आगे क्रमशः ………