प्रदेश भर में गर्मी एवं तेज धूप का असर दिख रहा है। वही मौसम में बदलाव भी लगातार जारी हैं। तापमान भी लगातार बदल रहा है। कभी तेज धुप तो कभी तेज तो कभी घने बादल बीच-बीच में बारिश भी हो रही है। ऐसे बदलते मौसम में तबीयत खराब होना भी काफी आम समस्या बन गया है। इस तरह लगातार मौसम में बदलाव होने की वजह से बीमार होने की जो संभावना है वह काफी हद तक बढ़ जाती है। ऐसे में सभी को अलर्ट रहने की काफी ज्यादा जरुरत है। इस गर्मी के मौसम में सभी को खास सावधानी बरतने की ज़रूरत है। ख़ासकर उन लोगों को, जो किसी बीमारी या कंडीशन से जूझ रहे हैं। गर्मी के मौसम में सभी को उनके शरीर को खाने से ज्यादा पानी की जरूरत होती है। ताकि शरीर में ठंडक और पानी की मात्रा बनी रहे। इसका मुख्य कारण यह भी है कि गर्मियों में आपके शरीर से पसीना निकलता है। जिससे शरीर के अंदर पानी की कमी होती है। गर्मी के मौसम में अक्सर पानी की कमी होने से डिहाइड्रेशन की समस्या होने लगती है। इसकी वजह से व्यक्ति कई बीमारियों की चपेट में आ जाता है। ऐसे में अगर आप भीषण गर्मी से खुद को बचाना चाहते हैं, तो जरूरी है कि खुद को पूरी तरह से हाइड्रेट रखें। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा पानी और मौसमी फलों और सब्जियों का सेवन करें। इसके अलावा नींबू पानी, लस्सी जैसी ड्रिंक्स भी पिएं। जरूरत पड़ने पर ओआरएस भी लें। गर्मी के मौसम में होने वाली बीमारियों से अपने बचाव के लिए जरूरी है कि उच्च प्रोटीन युक्त भोजन को खाने से बचें। साथ ही दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक की धूप में न निकलें। इसके अलावा पतले, ढीले और हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें। गर्मी से नवजात शिशु छोटे बच्चों तथा सीनियर सिटीजंस को लू से बचने के लिए अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए।