बैकुण्ठपुर के समीप ग्राम भांड़ी के स्व. अरूण साहू जो कांग्रेस में कद्दावर नेता माने जाने वाले अपने पहचान के मुहताज नहीं रहे। यह चर्चा का विषय है कि, ऐसा क्या हुआ था जिसके वजह से अरूण साहू ने अपनी जान गवाने के लिए कुंऐ में कुदे, जहर भी खाये और फांसी भी लगाये थे ? लोगों में चर्चा है कि, अरूण साहू को क्या ऐसा हो गया जो कि अपने को जीवित रखना नहीं चाहते थे ? एक दिन ऐसा समय आया जो कि 2024 में अरूण साहू का ऐसा दृश्य देखने को मिला । जिसमें फोटो के हिसाब से एवं लोगों द्वारा बताया जा रहा है कि, क्या सुखे पत्तों से आदमी को जलाया जा सकता है और क्या उसके अंग अलग-अगल हो सकते है ? फोटो में देखा जा सकता है कि, सुबह 8 बजे जहां कोई लकड़ी है न कोई कोयला है परंतु यह आग किस चीज से लगायी गयी ? कोई भी व्यक्ति अपना आत्महत्या करता है या किसी आदमी को जलाया जाता है तो आदमी के सारे अंग छितराते नहीं है और यह फोटो के हिसाब से रहस्यमय घटना लग रही है। जो भी समाचार लिखा जा रहा है वह फोटो के आधार पर है। फोटो यह दर्शाता है कि, हत्या शंके के दायरे पर आती है। जब कोई व्यक्ति को जलाया जाता है और जला कर उसे फेक देता है जिससे उसके डाॅक्ट्री मुलाहिजा में कोई भी संदेह नहीं हो सकता। ऐसा स्व. अरूण साहू जो कि कांग्रेसी वरिष्ठ नेता की जांच न होना, यह भी संदेह के दायरे में है। जानकार सूत्र बताते है कि, पैसे के बल पर सभी साक्ष्य मीटा दिये गये है। ऐसे पैसे के बल पर हत्या होती रहेगी तो पुलिस प्रशासन कैसे चलेगा ? फोटो के आधार पर यह संदेह जाता है कि, मडर है या हत्या ? जिसमें जानकार सूत्र बताते है कि, जो गवाह भी संदेह के दायरे में है जो पंचनामा में नाम दर्शाया गया है। वो भी संदेह के दायरे में आ रहा है। ऐसे वरिष्ठ नेता की कृत्यों के द्वारा घटना होई है या की गयी है ? यह सी.बी.आई. द्वारा जांच होना चाहिए। ऐसा अरूण साहू के द्वारा पूर्व से जो घटना हो रही थी उसको भी इसमें जोड़ा जाये।