जशपुर में महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी के बाबू धनपत सिंह सहायक ग्रेड-1 पर चर्चा का विषय है कि, उनकी फर्जी नियुक्ति की गयी है। यह व्यक्ति बिहार का निवासी है। उनकी शिक्षा-दीक्षा पूरी बिहार की है परंतु जाति और निवास उनका छत्तीसगढ़ का कैसे बना ? चर्चा का विषय है कि, पैसे के बल पर सब कुछ संभव है। सूत्रों की माने तो फर्जी बिलो से बिल बनाने में माहिर है। जानकार सूत्र बताते है कि, महिला एवं बाल विकास में कार्य करने वालों से पैसा भी वसूलते है। ऐसे कृत्यों से कार्यकर्ताओं ने अपनी विस्तार से जानकारी दिया कि, बाबू को पैसा न देने पर लोगों को परेशान व लाचार करके पैसे ले लेते है पैसे के बिना काम नहीं करते। प्रशासन ऐसे बाबू की नियुक्ति के संबंध में जांच करें और कार्यकर्ताओं को पैसे के मामले में जांच करना चाहिए। इन दोनों विषयों में जांच-पड़ताल होनी चाहिए।