जबलपुर : सीएम मोहन यादव में अब तक की सबसे खास बात जो नजर आई है वह ब्यूरोक्रेसी पर कसावट है। उन्होंने कई कलेक्टरों को न सिर्फ हटाया बल्कि बड़े शहरों के कलेक्टरों को भी बदल दिया। मोहन यादव ने 1 अप्रैल को प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए बड़ा आदेश जारी किया था। उसका असर भोपाल से लेकर जबलपुर तक दिखना शुरू हो गया है। दरअसल सीएम मोहन यादव ने अपने आदेश में कहा था कि, प्राइवेट स्कूल किसी निर्धारित दुकान से ही किताब, यूनिफॉर्म, और बाकी शिक्षण सामग्री खरीदने का दबाव बच्चों के अभिभावकों पर नहीं डाल सकती है। अगर ऐसा होता है, तो स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने जबलपुर की 18 स्कूलों के खिलाफ FIR दर्ज की है। कलेक्टर ने ये पूरी कार्रवाई अभिभावकों से मिल रही शिकायत के आधार पर की है। अभिभावकों ने शिकायत में बताया कि कई निजी स्कूल उन पर उनकी बताई हुई दुकानों पर मिलने वाली यूनिफॉर्म, किताब, स्टेशनरी खरीदने का दबाव बना रहे थे। अभिभावकों ने ये भी बताया कि स्कूलों द्वारा बताई दुकानों पर कीमत भी काफी ज्यादा है। इन शिकायतों जब कलेक्टर ने जांच करवाई, और जांच सही पाए जाने पर कुल 18 स्कूलों पर FIR दर्ज करने के निर्देश दे दिए गए। भोपाल में जहां कई स्कूलों की जांच चल रही हैं ।