मध्यप्रदेश के जबलपुर में ये कारनामा कोई स्कूल या फिर कॉलेज ने नहीं बल्कि रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने किया है। यूनिवर्सिटी ने छात्रों को परीक्षा का टाइम-टेबल भी दिया, छात्रों को प्रवेश पत्र भी दिए, पर जब छात्र परीक्षा देने पहुंचे तो जानकारी लगी कि परीक्षा नहीं होगी क्योंकि विश्वविद्यालय ने इसकी तैयारी नहीं की है। जबलपुर और बाहरी जिलों से परीक्षा देने आए छात्र मायूस होकर बिना परीक्षा दिए ही अपने घर लौट गए। मंगलवार को एमएससी कम्प्यूटर साइंस के फस्ट सेमेस्टर की परीक्षा का टाइम टेबल जारी होने के बाद भी परीक्षा नहीं हुई यह जानकारी न ही कुलपति के पास थी और न ही परीक्षा कंट्रोलर के पास। मंगलवार को इस मामले को लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ता आंखों में काली पट्टी बांधकर कुलपति की बैठक में घुस गए और मांग की है कि जो भी दोषी अधिकारी-कर्मचारी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मामले को देख कुलपति ने स्ट्रांग रुम प्रभारी और परीक्षा कड़ंक्ट करने वाले दो अधिकारीयों से तीन दिन में जवाब मांगा है। कुलसचिव दीपेश मिश्रा का कहना है कि इस मामले पर जांच की जा रही है और परीक्षा का संशोधित टाइम टेबल जारी किया जा रहा है।