डिंडोरी : जिले में बुधवार-गुरुवार की रात हुए भीषण सड़क हादसे में बड़ा खुलासा हुआ है। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 20 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे । हादसा ओवर स्पीड की वजह से हुआ पिकअप वाहन में 34 लोगों को ठूंसकर लेकर जाया जा रहा था। हादसा शहपुरा के बड़झर गांव के पास हुआ था हादसा उस वक्त हुआ, जब पिकअप में सवार लोग किसी कार्यक्रम से लौट रहे थे। दुर्घटना का शिकार लोग आमादेवी गांव के निवासी हैं। सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। वहीं, जान गंवाने वाले लोगों में 6 पुरुष और 8 महिलाएं थीं दिसंबर के महीने में गुना जिले में हुए दर्दनाक हादसे के बाद भी प्रशासन अलर्ट नहीं हुआ। इस हादसे में बस में जलकर 13 लोगों की मौत हो गई थी। परिवहन विभाग ने कोई सबक नहीं लिया और अब भी बिना बीमा और बिना फिटनेस के वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। शहपुरा में हुए सड़क हादसे के बाद परिवहन विभाग हरकत में आया । जिला परिवहन अधिकारी और यातायात पुलिस की टीम पहुंच गई। इस दौरान बस स्टैंड पर खड़ी बसों की फिटनेस व दस्तावेजों की जांच की गई। वहीं सवारी ऑटो की भी जांच की गई। इधर बस ऑपरेटरों को भी आरटीओ के बस स्टैंड में होने की खबर मिली तो कई बसें बस स्टैंड तक नहीं पहुंची हादसे में मृत महिलाओं के परिजनों का आरोप है कि, सभी लोग चौक समारोह में गए हुए थे। इस कार्यक्रम के लिए सभी महिलाएं घर से जेवर पहनकर गई हुई थीं, लेकिन सड़क हादसे के बाद महिलाओं के शरीर से ”सोने की बाली, लोंग, चांदी के पायल, करधन गायब हो गए हैं। महिलाओं के परिजनों का कहना है कि. जब उन्हें पीएम के बाद शव दिए तो उनके शरीर से चांदी और सोने के जेवर ये सब कुछ गायब था। ग्रामीणों ने इस मामले पर शासन और प्रशासन से जांच की मांग की है ।