प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1984 सिख विरोधी दंगों में इंसाफ में देरी को रेखांकित करते हुए मंगलवार को कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि कांग्रेस नेता को मामले में दोषी ठहराया जाएगा।
मोदी ने यहां ‘रिपब्लिक समिट’ में कहा कि चार साल पहले, किसी ने सोचा भी नहीं था कि 1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता को सजा मिलेगी और उन्हें (पीड़ितों को) इंसाफ मिलेगा।
दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा 1984 सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराए जाने और उन्हें ताउम्र कैद की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद मोदी ने यह बयान दिया है।
अदालत ने सोमवार को अपने आदेश में कहा था कि ये दंगे ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ थे और कानून लागू करने वाली एजेंसियों की मदद से उन लोगों द्वारा किए गए जिन्हें ‘राजनीतिक संरक्षण’ प्राप्त था।
उच्च न्यायालय ने कहा था कि इस तथ्य से इंकार नहीं किया जा सकता है कि आरोपियों को सजा देने में तीन दशक लग गए लेकिन पीड़ितों को यह आश्वासन देना आवश्यक है कि अदालत के समक्ष पेश होने वाली चुनौतियों के बावजूद ‘सत्य की जीत होती है और अंतत: न्याय मिलता है।’
‘रिपब्लिक सम्मिट’ में मोदी ने राफेल सौदे पर उच्चतम न्यायालय के हाल ही में सुनाए फैसले को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब भ्रष्टाचार संबंधी आरोपों को लेकर देश की शीर्ष अदालत का रुख किया गया। जहां उन्हें स्पष्ट फैसला मिला कि जो भी काम हुआ (राफेल सौदे में..) वह पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ किया गया।’ उन्होंने कहा कि चार साल पहले (जब कांग्रेस सत्ता में थी) किसी ने नहीं सोचा था कि ऐसा भी हो सकता है।
उन्होंने कहा कि हमारी एक मानसिकता है जिसमें हम सरकार के खिलाफ अधिक भ्रष्टाचार के आरोपों में विश्वास करते हैं। चाहे वह कदाचार या भ्रष्टाचार के आरोप हों, मानसिकता एक ही बनी रहेगी।
मोदी ने कहा कि चार साल पहले किसी ने यह नहीं सोचा था कि एक दिन अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर भ्रष्टाचार मामले का मुख्य आरोपी क्रिश्चियन मिशेल भारत में होगा। सबके तार जोड़े जा रहे हैं।